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पाकिस्तान : इमरान के बेटों का बड़ा दावा, "पिता को डेथ सेल में रखा, क्योंकि उनकी 'लोकप्रियता' से डरते हैं विरोधी खेमे के लोग"

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बेटे सुलेमान इसा खान (28 साल) और कासिम खान (26 साल) जनवरी 2026 में लंदन से पाकिस्तान पहुंच सकते हैं। दोनों अपने पिता की स्थिति से बेहद फिक्रमंद हैं और उन्होंने दावा किया है कि पिता को डेथ सेल में इसलिए रखा गया है क्योंकि सत्ता पर बैठे लोग जानते हैं कि अगर वो बाहर आए तो उनके लिए खतरा पैदा हो जाएगा। इमरान खान की 'लोकप्रियता' से विरोधी खेमे के लोग डरते हैं

पाकिस्तान : इमरान के बेटों का बड़ा दावा, पिता को डेथ सेल में रखा, क्योंकि उनकी लोकप्रियता से डरते हैं विरोधी खेमे के लोग
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इमरान के बेटे बोले, 'पिता को डेथ सेल में रखा, क्योंकि उनकी लोकप्रियता से खौफजदा हैं हुक्मरान'

नई दिल्ली। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के बेटे सुलेमान इसा खान (28 साल) और कासिम खान (26 साल) जनवरी 2026 में लंदन से पाकिस्तान पहुंच सकते हैं। दोनों अपने पिता की स्थिति से बेहद फिक्रमंद हैं और उन्होंने दावा किया है कि पिता को डेथ सेल में इसलिए रखा गया है क्योंकि सत्ता पर बैठे लोग जानते हैं कि अगर वो बाहर आए तो उनके लिए खतरा पैदा हो जाएगा। इमरान खान की 'लोकप्रियता' से विरोधी खेमे के लोग डरते हैं।

लंदन में रहने वाले दोनों भाइयों ने वीजा के लिए आवेदन कर दिया है और उम्मीद जताई है कि पाकिस्तानी अधिकारियों की सार्वजनिक घोषणा के मुताबिक उन्हें प्रवेश मिल जाएगा।

यह घोषणा स्काई न्यूज को (बुधवार) दिए एक इंटरव्यू में की गई, जिसमें दोनों भाइयों ने अपने पिता की जेल की स्थिति पर गंभीर चिंता व्यक्त की। कासिम खान ने कहा कि इमरान खान को "डेथ सेल" जैसी कोठरी में रखा गया है, जहां वे दिन के 23 घंटे अकेले रहते हैं।

मंगलवार को ही पीटीआई संस्थापक की तीनों बहनों समेत ढेरों समर्थकों ने जेल के बाहर धरना दिया था, जिन्हें देर शाम तितर-बितर करने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया गया। प्रमुख मीडिया आउटलेट डॉन के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि अधिकारियों ने "केमिकल मिला हुआ" पानी इस्तेमाल किया था।

सुलेमान से इन सब को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इसे "अमानवीय हालात" बताया और कहा कि सोशल मीडिया पर पिता की मौत की अफवाहें सुनकर वे बेहद तनाव में आ जाते हैं।

हकीम ने यह भी बताया कि उन्होंने पहले "न आने की चेतावनी" के बारे में बात की थी, जबकि रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि "उनका स्वागत है और वे इमरान से मिल सकते हैं।"

इस पर कासिम ने जवाब दिया: "अब हम इसकी योजना बना रहे हैं क्योंकि उन्होंने यह बात खुलकर कही है। इसलिए—जब तक वे अपनी बात से पीछे नहीं हटते—हम उम्मीद करते हैं कि जनवरी में जाएंगे। हमने अपने वीजा के लिए अप्लाई कर दिया है। यह अभी तक नहीं आया है। हमें उम्मीद है कि आ जाएगा, इसलिए हम जनवरी में यात्रा की योजना बना रहे हैं।"

हालांकि, जेल प्रशासन द्वारा मिलने की अनुमति लगातार रोकी जा रही है और परिवार को इमरान खान की सेहत की सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही। इमरान खान अगस्त 2023 से अदियाला जेल में बंद हैं, जहां उन्हें तोशाखाना और अन्य मामलों में सजा हो चुकी है।

दोनों ने दावा किया कि अपने पिता की स्थिति के बारे में दुनिया भर के नेताओं और अधिकारियों से बात करने के लिए वो जनवरी में ब्रसेल्स या जिनेवा जाएंगे।

जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी सोचा था कि एक दिन वे अपने पिता की रिहाई के लिए लॉबिंग करेंगे।

कासिम ने जवाब दिया, "हां, शायद, सच कहूं तो, क्योंकि हमने, खासकर मेरे भाई ने, उन्हें राजनीति में न जाने के लिए बहुत समय तक समझाया था, जब इस तरह के खतरनाक लोग लगातार लोगों को मार रहे थे।"

यह कहते हुए कि कई अन्य पाकिस्तानी नेताओं को भी जेल में डाला गया है, कासिम ने कहा, "यह बिल्कुल अलग है। उन सभी को अकेलेपन वाली सेल में टॉर्चर नहीं किया जाता और वे दो साल से ज्यादा समय तक वहां नहीं रहते।"

दोनों बेटों का कहना है कि हुक्मरान इमरान खान की लोकप्रियता से खौफजदा हैं।

कासिम ने कहा, "वह देश में सबसे लोकप्रिय व्यक्ति हैं। वे जानते हैं कि जिस पल वे (इमरान) बाहर आएंगे, विरोधियों को सत्ता में बने रहने का कोई मौका नहीं मिलेगा। इसलिए वे किसी भी तरह से सत्ता से चिपके रहने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।"


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