सरकार के संसाधन और समाज के सहयोग से जबलपुर को बनायेंगे नम्बर वन : शिवराज
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जबलपुर की समृद्ध विरासत है

जबलपुर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जबलपुर की समृद्ध विरासत है। यह माँ नर्मदा, रानी दुर्गावती का शहर है। यहाँ त्रिपुरी कांग्रेस हुई थी। उद्योग, निवेश, पर्यटन, रेडीमेड गारमेंट आदि क्षेत्रों में यहाँ अपार संभावनाएँ हैं। सरकार के संसाधन और समाज के सहयोग से इसे नम्बर वन बनाना है।
श्री चौहान ने आज यहां नगर एवं क्षेत्र के विकास के लिये सामाजिक संगठनों और जन-प्रतिनिधियों के साथ वन-टू-वन चर्चा की। चर्चा के दौरान कई महत्वपूर्ण सुझाव आये। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सुझाव पर तत्परता के साथ अमल कर न केवल जबलपुर नगर, बल्कि संपूर्ण क्षेत्र के विकास का रोड-मेप बना कर कार्य किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जबलपुर, इंदौर के साथ स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करे। यहाँ की जनता अगर ठान ले तो निश्चित रूप से जबलपुर प्रगति और विकास के नये अध्याय लिखेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर की सारी दुनिया में चर्चा है। इंदौर ने यह मुकाम केवल सरकारी प्रयासों से नहीं, बल्कि जनता के सहयोग से प्राप्त किया है। इंदौर के हर नागरिक में यह भावना है कि उसे अपने घर, मोहल्ले और नगर को स्वच्छ रखना है। जब तक आम नागरिक के मन में यह भाव नहीं जागता, पूरा विकास संभव नहीं है।
श्री चौहान ने कहा कि इस बार वे गणतंत्र दिवस प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में मनाएंगे। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस केवल रस्मी न रहे, बल्कि जनता का पर्व और त्यौहार बने। इस पर्व से जन-मानस जुड़े। उन्होंने कहा कि आज वे जबलपुर के सामाजिक संगठनों, जन-प्रतिनिधियों और वरिष्ठजनों से चर्चा करने यहाँ आए हैं। जबलपुर की प्रगति एवं विकास के लिये सभी के सहयोग से समग्र प्रयास किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री के समक्ष सर्वप्रथम नन्ही बालिका शैल्बी ने नगर को स्वच्छ बनाने के लिये वक्तव्य दिया। श्री चौहान ने उसकी बातों को ध्यान से सुना और सराहा। उन्होंने कहा कि जबलपुरवासी अपनी कॉलोनी, बाजार, क्षेत्र को स्वच्छ बनायें। इसके लिये प्रतिस्पर्धा हो। विभिन्न सामाजिक संगठनों ने घोषणा की कि वे जन-सहयोग से जबलपुर के सभी 35 चौराहों का सौंदर्यीकरण करेंगे और वहाँ प्रकाश सज्जा की जायेगी।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश विष्णुदत्त शर्मा, प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव, सांसद राकेश सिंह, विभिन्न जन-प्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।


