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पांच सरकारी कॉलेजों में वर्चुअल क्लास रूम शुरू

उच्च शिक्षा मंत्री  प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने  शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर कॉलेज में सेटेलाईड आधारित वर्चुअल क्लास रूम का रिमोट दबाकर शुभारंभ किया.......

पांच सरकारी कॉलेजों में वर्चुअल क्लास रूम शुरू
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रायपुर। उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर कॉलेज में सेटेलाईड आधारित वर्चुअल क्लास रूम का रिमोट दबाकर शुभारंभ किया। दुर्ग सहित प्रदेश के पांच नवीन कन्या महाविद्यालय रायपुर, दंतेवाड़ा, सरायपाली और सूरजपुर में एक साथ पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर यह योजना आज से शुरू हा गई। समारोह की अध्यक्षता दुर्ग विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.एन पी दीक्षित ने की।

मुख्य अतिथि की आसंदी से मंत्री पाण्डेय ने कहा कि वर्चुअल क्लास रूम का फायदा सुदूर अंचल के विद्यार्थियों को ज्यादा मिलेगा। राज्य सरकार शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण एवं सुदूर अंचल के विद्यार्थियों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षण प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। वर्चुलअ क्लास रूप इसी दिशा में राज्य सरकार की एक नई पहल है। पाण्डेय कॉलेज ने गजानन माधव मुक्तिबोध सभागार में आयोजित शुभारंभ समारोह में बड़ी संख्या में उपस्थित विद्यार्थियों एवं प्रध्यापकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आगामी दो सप्ताह में पूर्ण रूप से टाइम टेबल के द्वारा विभिन्न विषयों की कक्षायें आयोजित होगी। यदि यह पायलेट प्रोजेक्ट पूर्ण रूप से सफल रहा तो उच्च शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन प्रदेश के अन्य महाविद्यालयों को भी इस महत्वाकांक्षी योजना से जोड़ने का प्रयास करेगी। पाण्डेय ने कहा कि यह योजना सीधे सेटेलाइट पर आधारित है। इन्टरनेट कनेक्टिविटी संबंधी कोई समस्या इस योजना के क्रियान्वयन में नहीं आएगी।

उल्लेखनीय है कि इस योजना के अंतर्गत मुंबई के विशेषज्ञ प्राध्यापक पाठ्यक्रम से जुड़े महत्वूपर्ण विषयों पर जीवंत व्याख्यान देंगे तथा व्याख्यान के दौरान विद्यार्थी प्रश्न पूछकर जिज्ञासाओं का समाधान भी कर सकते हैं। उद्घाटन के पश्चात मुबंई के विषय विशेषज्ञ डॉ. मती अल्पा नायक के द्वारा दिए गए अंग्रजी विषय के व्याख्यान को वर्चुअल क्लास रूम योजना से जुड़े पांचों शहर दंतेवाड़ा सरायपाली, सूरजपुर, रायपुर एवं दुर्ग के महाविद्यालयों विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों एक साथ लाइव देखा। तामस्कर महाविद्यालय के विद्यार्थी सौरव वर्मा, सूरजपुर के कलेक्टर देव सेनापति, नवीन कन्या महाविद्यालय रायपुर की कु. स्मिता तथा दंतेवाड़ा एवं सरायपाली के विद्यार्थी ने व्याख्यान पर आधारित प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासा शांत की। व्याख्यान देने वाली मुंबई की प्राध्यापक ने बड़े ही सरल एवं प्रभावशाली ढंग से अंग्रेजी भाषा से संबंधित प्रश्नों के उत्तर दिए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दुर्ग विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एन.पी. दीक्षित ने वर्चुअल क्लास रूम की महत्ता प्रतिपादित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे विकासशील प्रदेश में वर्चुअल क्लास रूम की अवधारणा लाकर उच्च शिक्षा विभाग ने निश्चित रूप से सराहनीय कार्य किया है। हमारे प्रदेश के हर अंचल के प्रत्येक विद्यार्थी को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है और छत्तीसगढ़ शासन निरन्तर इस दिशा मे ंप्रयास कर विद्यार्थियों के हित में कार्य कर रहा है।

वर्तमान शिक्षण सत्र में प्रत्येक विश्वविद्यालय में ऑनलाइन पद्धति से प्रवेश इसी की एक कड़ी है। साईंस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एस.के.राजपूत ने कहा कि वर्चुअल क्लास रूप के शुरू हो जाने से शिक्षकों और प्रोफेसरों की कमी को एक हद तक दूर किया जा सकता है। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी, एवं छात्र-छात्राओं के अलावा उच्च शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन के संयुक्त संचालक डॉ. पीसी चौबे तथा उप संचालक डॉ. एन.एस. सूर्यनारायण आदि उपस्थित थे।


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