Top
Begin typing your search above and press return to search.

विपक्ष के नेताओं की भाषा स्तरहीन, संस्कारों का अभाव : योगेंद्र उपाध्याय

वायनाड से सांसद और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला

विपक्ष के नेताओं की भाषा स्तरहीन, संस्कारों का अभाव : योगेंद्र उपाध्याय
X

योगेंद्र उपाध्याय का विपक्ष पर हमला: नेताओं की भाषा स्तरहीन, संस्कारों का अभाव

  • ‘तेरे नाम’ से तुलना पर विवाद: पीएम मोदी को लेकर बयान पर गरमाई सियासत
  • राहुल-प्रियंका-अखिलेश पर योगेंद्र उपाध्याय का तीखा बयान: जनता नहीं करेगी माफ
  • एबीवीपी छात्रों पर लाठीचार्ज: योगी सरकार ने दिए कार्रवाई के निर्देश

आगरा। वायनाड से सांसद और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने एक बयान में कहा कि जैसे फिल्म 'तेरे नाम' में सलमान खान का किरदार शुरू से अंत तक रोते रहता है, वैसे ही पीएम मोदी भी हमेशा रोते रहते हैं। उनके इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। इस पर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने पलटवार करते हुए कहा कि बच्चों को अगर संस्कार न दिए जाएं तो वे जिंदगी भर रोते हैं और समाज को भी रुलाते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी हों , प्रियंका गांधी हों, तेजस्वी यादव हों या अखिलेश यादव हों, ये राजनीतिक परिवार के वो बच्चे हैं जिनको संस्कार नहीं दिए गए इसलिए इनके कृत्यों से संस्कृति रो रही है और जनता अफसोस में है। ये लोग संस्कार विहीन हैं। इन लोगों ने सार्वजनिक जीवन में भाषा का स्तर गिराया है। देश और प्रदेश की जनता ऐसे लोगों को कभी माफ नहीं करेगी। इस कृत्य के लिए राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए थी। अगर इंदिरा गांधी के खिलाफ ऐसी टिप्पणी की जाए तो प्रियंका गांधी को भी दुख होगा।

इसके अलावा, बाराबंकी के रामस्वरूप विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं और छात्रों पर हुए लाठीचार्ज पर भी योगेंद्र उपाध्याय ने बयान दिया। उन्होंने इस घटना को गंभीर बताते हुए कहा कि छात्र अपनी न्यायोचित मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्थानीय लोगों को बुलाकर टकराव करवाया और पुलिस ने बर्बरतापूर्ण कार्रवाई की। यह निंदनीय है।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इस मामले में त्वरित कार्रवाई शुरू हो चुकी है। पुलिस के सीओ को निलंबित किया गया है और अन्य दोषी अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी। मंडलायुक्त के नेतृत्व में पूरे प्रकरण की जांच चल रही है।

उन्होंने आगे बताया कि विश्वविद्यालय का नवीनीकरण नहीं हुआ था, फिर भी वहां प्रवेश लिया जा रहा था, जो गलत है। विश्वविद्यालय प्रशासन के जिम्मेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। योगी सरकार में छात्रों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it