सरकार का आर्थिक प्रगति का दावा समझ से परे : विपक्ष
विपक्षी दलों ने कहा है कि देश में किसान, गरीब और मजदूर परेशान हैं तथा युवा वर्ग के समक्ष अभूतपूर्व बेरोजगारी का संकट गहरा रहा है

नई दिल्ली। विपक्षी दलों ने कहा है कि देश में किसान, गरीब और मजदूर परेशान हैं तथा युवा वर्ग के समक्ष अभूतपूर्व बेरोजगारी का संकट गहरा रहा है, इसके बावजूद सरकार देश की आर्थिक प्रगति का दावा कर रही है जो समझ से परे है।
कांग्रेस के सप्तगिरि शंकर उल्का ने बजट 2019-20 पर लोकसभा में आम बजट पर जारी चर्चा में हिस्सा लेते हुए मंगलवार को कहा कि देश में किसान परेशान है और रोजगारी का संकट गहराया हुआ है। बेरोजगारी का आंकड़ा दशकों का रिकार्ड तोड़ चुका है। इसके बावजूद सरकार दावा कर रही है कि देश तेजी से आर्थिक प्रगति की राह पर है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह दावा उन्हें समझ नहीं आता है।
उन्होंने केंद्र सरकार से ओडिशा के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान की मांग की और कहा कि ओडिशा में आदिवासी और पिछड़े लोगों की संख्या बहुत है और उसके समक्ष सबसे बड़ा संकट स्वास्थ्य सेवाओं का होता है इसलिए केंद्र सरकार को वहां एम्स स्थापित करना चाहिए।
केरल कांग्रेस (एम) के थामस छजीकदन ने कहा कि बजट में केरल के रबड़ किसानों की मदद के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार को प्राकृतिक रबड़ का मूल्य तय करना चाहिए और किसानों को इसका लाभ मिलना चाहिए।
कांग्रेस के ही एम के राघवन ने बजट को किसान, मजदूर और उद्योग विरोधी करार दिया। उन्होंने नोटबंदी की भी आलोचना की। उन्होंने केरल के साथ भेदभाव पूर्ण व्यवहार का भी सरकार पर आरोप लगाया।


