सशिमं में आचार्यो को दिया गया प्रशिक्षण
इस अवसर पर शिक्षक केके वर्मा ने कहा कि शिक्षा जगत में कला और संस्कृति का बहुत महत्व है

नवापारा-राजिम। सरस्वती शिशु मंदिर नवापारा में समस्त आचार्यो को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में बच्चों के षिक्षा में गुणवत्ता सुधार हेतु विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों द्वारा शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से चिंतन मनन किया गया।
इस अवसर पर शिक्षक केके वर्मा ने कहा कि शिक्षा जगत में कला और संस्कृति का बहुत महत्व है। हमें अपनी संस्कृति, परंपरा और कर्तव्य का ध्यान रखना चाहिए। पहले की शिक्षा आध्यात्मिक, नैतिक व राष्ट्र से जुड़ा हुआ था आज लोगों की मानसिकता संकुचित हो गई है। भारतीय संस्कृति कला और ज्ञान को बनाये रखने के लिए सिद्धांत जरूरी है। आज युवा वर्ग इसलिए भटक रहा है क्योंकि रोजगार मूलक शिक्षा नहीं है।
श्री वर्मा ने कहा कि हम सभी को संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रयास करना चाहिए। प्राचार्य नरेश यादव ने कहा कि योग का अर्थ जोड़ना है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग किया जाता है। अच्छे विचार के लिए योग जरूरी है। आचार्य रेणु कुमार निर्मलकर ने प्रार्थना, वंदना, सुबह स्मरण, शांति मंत्र, विसर्जन मंत्र, मासिक गीत का सामूहिक अभ्यास करवाया। इस अवसर पर दीपक देवांगन, नारायण पटेल, संजय सोनी, कपूरचंद कहार, नरेन्द्र साहू, रेखा जैन, योगेश साहू, जिनेन्द्र यादव, लीना व्यास, रूपाली राजपूत, आरती शर्मा, स्मृति जैन, नंद कुमार साहू, वेद प्रकाश साहू, रूपेन्द्र दास मानिकपुरी, सरोज कंसारी, वाल्मिकी धीवर सहित अनेक शिक्षकगण मौजूद थे।


