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प्रभु की तृप्ति समर्पण से : चित्रलेखा
रायपुर। कथा के द्वितीय दिवस में प्रवेश कराते हुए देवी चित्रलेखा ने विधुर विधुरानी का प्रसंग कहते हुए बताया की प्रभु भाव के भूखे हैं। उनकी तृप्ति थाली...

