विपक्ष का मजबूत गठबंधन भाजपा को चटायेगा धूल: रालोद
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) की कांग्रेस से दूरी बनाने के संकेतों को दरकिनार करते हुये राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी को उम्मीद जतायी है

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) की कांग्रेस से दूरी बनाने के संकेतों को दरकिनार करते हुये राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी को उम्मीद जतायी है कि 2019 में लोकसभा चुनाव में विपक्ष का मजबूत गठबंधन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केन्द्र में दोबारा सरकार बनाने के मंसूबों को चकनाचूर कर देगा।
चौधरी ने आज पत्रकारों से कहा कि मध्यप्रदेश और राजस्थान में बसपा और सपा का कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव नही लड़ने के फैसले से लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की संभावना के बारे में कयास लगाना थोड़ा जल्दबाजी होगी। राज्यों में हर दल का अपना चुनावी एजेंडा होता है मगर लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ विपक्षी दल एक मंच पर दिखेंगे। महागठबंधन में उत्तर प्रदेश और बिहार की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
उन्होने उम्मीद जतायी कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस,सपा, बसपा और रालोद न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत भाजपा के खिलाफ एकजुटता दिखायेंगे और भाजपा के कुशासन से देश की जनता को मुक्ति दिलायेंगे। बसपा प्रमुख मायावती के सम्मानजनक सीटों के बारे में चौधरी ने कहा कि चुनाव से पहले सारे मतभेद सुलझा लिये जायेंगे क्योंकि सीटों से ज्यादा महत्वपूर्ण विपक्ष के लिये मौजूदा समय में देश हित है।
उत्तर प्रदेश काे चार भागों में बांटने के कुछ दलों के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये रालोद उपाध्यक्ष ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश को हरित प्रदेश बनाने की मांग उनकी पार्टी लंबे अरसे से करती आयी है और आज भी वह उस मांग पर अडिग है। पार्टी भाषायी आधार पर यह मांग नही कर रही है बल्कि उसका मानना है कि छोटे प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार हो सकेगा।


