राहुल गांधी के महाकालेश्वर दर्शन पर भाजपा ने उठाए सवाल
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आज उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के कार्यक्रम को भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस नेता शशि थरुर के कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिवलिंग पर दिए

भोपाल। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आज उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के कार्यक्रम को भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस नेता शशि थरुर के कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिवलिंग पर दिए विवादित बयान से जोड़ते हुए उनसे जवाब मांगा है।
भाजपा मध्यप्रदेश के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्विटर पर वायरल हो रहे हैशटैग 'कांग्रेसइन्सल्ट्समहाकाल' पर कई ट्वीट किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि राहुल गांधी जवाब दो, आप चुनावी हिन्दू बनकर मंदिर क्यों जाते हो, जब आपकी पार्टी के नेता हिन्दू धर्म का अपमान करते थकते नहीं।
.@RahulGandhi जी जवाब दो, आपने #MadhyaPradesh की अपनी सारी रैलियों में कई स्थानों पर मोबाइल फैक्ट्री लगाने की बात कही है, इस बार आप मोबाइल फैक्ट्री कहाँ लगाओगे?#CongressInsultsMahakal@INCMP @INCIndia pic.twitter.com/0b5QQx7J2E
— BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) October 29, 2018
इसी ट्विटर हैंडल से किए गए एक अन्य ट्वीट में राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा गया है कि राहुल गांधी जवाब दें कि वे इसके पहले रामभक्त, शिवभक्त, तो कभी नर्मदा भक्त बनकर प्रदेश में आए हैं, इस बार वे कौन सा भक्त बनकर मध्यप्रदेश की जनता को 'मूर्ख' बनाएंगे।
.@RahulGandhi जी जवाब दो, कुछ दिन पूर्व @jitupatwari जी ने कहा था "पार्टी गई तेल लेने", आप उनके साथ तेल लेने कहाँ जाओगे?#CongressInsultsMahakal@INCMP @INCIndia pic.twitter.com/ONL9om6nHo
— BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) October 29, 2018
वहीं पार्टी नेता शैलेंद्र शर्मा ने अपने ट्वीट में कहा है कि राहुल गांधी पहले शशि थरूर को पार्टी से बाहर करें, उसके बाद महाकालेश्वर मंदिर में प्रवेश करें।
मीडिया में आई खबरों के मुताबिक कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अपने कथित बयान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना शिवलिंग पर बैठे बिच्छू से की और कहा कि आप उसे हाथ से हटा नहीं सकते और न ही चप्पल से मार सकते हैं।
इस बयान की कड़ी आलोचना करते हुए केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा कि राहुल गांधी अपने आप को शिव भक्त कहते हैं, लेकिन उनकी पार्टी के एक छोटे नेता ने शिवलिंग पर चप्पल फेंकने की बात कही है। क्या यह भगवान शिव का अपमान नहीं है।


