किसान और गांव को जोखिम फ्री बनाना है पहला लक्ष्य
पिछले ढाई साल में किसानों के घर में हमने ढाई हजार करोड़ रुपए पहुंचाएं हैं
फरीदाबाद। पिछले ढाई साल में किसानों के घर में हमने ढाई हजार करोड़ रुपए पहुंचाएं हैं। हमारी सरकार आने के बाद किसान की जो फसल खराब हुई, उसकी एवज में ढाई साल में हमने ढाई हजार करोड़ का जो मुआवजा दिया है, उतना मुआवजा पिछले 25 साल में रही सरकारें मिलकर भी नहीं दे पाई।
हम हरियाणा के हर किसान और गांव को जोखिम फ्री बनाना चाहते हैं। इसके लिए हमने किसान के खेत, उसके पशु को भी बीमा क्षेत्र से जोड़ा है। हर व्यक्ति के लिए 12 और 360 रुपए में बीमा करवाने का अवसर दिया है।
ये दावा हरियाणा के कृषि मंत्री ओ पी धनखड़ ने किया। विकास रैली में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे कृषि मंत्री ओ पी धनखड़ ने कहा कि जो कांगेसी आज किसानों को बरगलाने के हितैषी होने का ढोंग करते हैं, वे अपने राज में खराब फसलों का मुआवजे के तौर पर 6 हजार प्रति एकड़ देते थे।
हमने प्रदेश की बागडोर संभालते ही इसे बढ़ाकर 12 हजार प्रति एकड़ दिया, जो सारे देश में सबसे अधिक है। इतना ही नहीं पहले किसान को अधिकतम 5 एकड़ का मुआवजा दिया जा सकता था।
मगर इस सरकार ने इस शर्त को भी हटवाया। जिसकी जितनी फसल का नुकसान था उस हिसाब से सारे मुआवजे का प्रबंध किया। न्यूनतम मुआवजे की सीमा भी तय कराई। कम से कम पांच सौ रुपए की राशि निर्धारित कराई, चाहे कितने ही हिस्सेदार क्यों न हों। धनखड़ ने बताया कि ढाई साल में सरकार ने ढाई हजार करोड़ का मुआवजा देकर साबित किया है।


