Top
Begin typing your search above and press return to search.

तेलंगाना ग्राम पंचायत चुनाव : 11 दिसंबर को होगी वोटिंग, पहले चरण के लिए 25,000 से ज्यादा प्रत्याशियों ने दाखिल किया नामांकन

तेलंगाना में ग्राम पंचायत चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 11 दिसंबर को होनी है। इस चरण के लिए 25 हजार से ज्यादा प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल कर दिया है

तेलंगाना ग्राम पंचायत चुनाव : 11 दिसंबर को होगी वोटिंग, पहले चरण के लिए 25,000 से ज्यादा प्रत्याशियों ने दाखिल किया नामांकन
X

तेलंगाना ग्राम पंचायत चुनाव: पहले चरण के लिए 25,000 से अधिक लोगों ने दाखिल किया नामांकन पत्र

हैदराबाद। तेलंगाना में ग्राम पंचायत चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 11 दिसंबर को होनी है। इस चरण के लिए 25 हजार से ज्यादा प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल कर दिया है।

राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक, 31 जिलों की 4,236 ग्राम पंचायतों के लिए कुल 25,654 लोगों ने पर्चे दाखिल किए हैं।

शनिवार को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन था और इस दिन 17,940 प्रत्याशियों ने पर्चा भरा।

37,440 वार्ड्स के लिए 82,276 लोगों ने नामांकन पत्र भरा।

राज्य चुनाव आयोग ने रविवार को बताया कि आखिरी दिन 70,596 नामांकन दाखिल किए गए।

अधिकारियों ने नॉमिनेशन की जांच की। पूर्ण सत्यापन के बाद उम्मीदवारों की सूची का रविवार देर रात ऐलान किया जा सकता है।

नॉमिनेशन को लेकर अपील 1 दिसंबर को फाइल की जा सकती है, और अगले दिन उनका निपटारा किया जाएगा। नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 3 दिसंबर है।

पहले चरण के चुनाव 11 दिसंबर को होंगे। सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक वोटिंग होगी, जबकि वोटों की गिनती उसी दिन दोपहर 2 बजे से होगी।

तेलंगाना राज्य चुनाव आयोग के मंगलवार को जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, 11, 14, और 17 दिसंबर को 12,728 सरपंच पदों और 1,12,242 वार्डों के लिए चुनाव होंगे।

इन चुनावों में ग्रामीण इलाकों के कुल 1.66 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

दूसरे चरण के लिए, 30 नवंबर से नामांकन दाखिल किए जाएंगे, जबकि नाम वापसी की आखिरी तारीख 6 दिसंबर होगी। आखिरी चरण के चुनाव के लिए नामांकन पत्र 3 दिसंबर से दाखिल किए जा सकेंगे, जबकि नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 9 दिसंबर होगी।

तेलंगाना कैबिनेट ने 17 नवंबर को सिर्फ ग्राम पंचायत चुनाव कराने का फैसला किया, क्योंकि केंद्र से मिलने वाला 3,000 करोड़ रुपये का अनुदान 31 मार्च, 2026 तक खत्म हो जाएगा।

15वें वित्तीय आयोग का कार्यकाल 31 मार्च, 2026 को समाप्त हो रहा है, इसलिए अगर अंतिम तिथि से पहले चुनाव नहीं होते तो नियमानुसार ग्राम पंचायतों को केंद्र से मिलने वाला 3,000 करोड़ रुपये का ग्रांट लैप्स हो जाता।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it