भाजपा के इशारे पर राहुल गांधी के कार्यक्रम को रद्द करने की हुई साजिश : कांग्रेस
बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावेरू ने आज आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) के मंत्रियों के इशारे पर दरभंगा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के शिक्षा न्याय संवाद कार्यक्रम को रद्द करने की साजिश की गई थी

पटना। बिहार कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावेरू ने आज आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) के मंत्रियों के इशारे पर दरभंगा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के शिक्षा न्याय संवाद कार्यक्रम को रद्द करने की साजिश की गई थी।
श्री अल्लावेरू ने शुक्रवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दरभंगा जिला प्रशासन ने श्री गांधी को अंबेडकर छात्रावास में दलित छात्रों को संबोधित करने की अनुमति दी थी लेकिन आखिरी समय में इसे बेबुनियाद आधार पर वापस ले लिया गया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम स्थल बदल दिया गया लेकिन दलित छात्र छात्रावास परिसर में ही श्री गांधी से बातचीत करने पर अड़े रहे।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा के मंत्री और शीर्ष नौकरशाह दीपक कुमार हमेशा सुपर मुख्यमंत्री की तरह व्यवहार करते हैं, जिसके कारण दरभंगा जिला प्रशासन को छात्रावास परिसर में बैठक के लिए पहले दी गई अनुमति वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह स्पष्ट है कि श्री गांधी ने दलित छात्रों को न्याय दिलाने के लिए एक लंबे और निर्णायक संघर्ष की मजबूत नींव रखी है। भाजपा के मंत्रियों और स्वयंभू सुपर मुख्यमंत्री द्वारा उत्पन्न बाधाओं के बावजूद श्री गांधी ने अंबेडकर छात्रावास परिसर में ही छात्रों को संबोधित किया।
इस अवसर पर बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि एक ओर (भाजपा)-जनता दल यूनाईटेड (जदयू) की तानाशाही सरकार थी, जो दलितों की आवाज दबाने के लिए “शिक्षा, न्याय -संवाद” कार्यक्रम को रोकना चाहती थी, तो दूसरी ओर श्री गांधी का आत्मबल था, जो उन्हें बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान से प्राप्त हुआ है। श्री गांधी ने स्पष्ट रूप से कहा था कि कोई भी ताकत उन्हें उस कार्यक्रम में भाग लेने से रोक नहीं सकती और अंततः जीत दलित छात्रों और बाबा साहेब अंबेडकर के सिद्धांतों की हुई, जबकि तानाशाही सोच को पराजय का सामना करना पड़ा।
वहीं गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि कल यह सिद्ध हो गया कि बाबा साहेब का संविधान इतनी शक्ति रखता है कि वह बड़े से बड़े तानाशाह को भी परास्त कर सकता है। बिहार की भाजपा-जदयू सरकार बेनकाब हो गई। उनका दलित, आदिवासी, ओबीसी, ईबीसी और अल्पसंख्यक छात्रों के हितैषी बनने का पाखंडी मुखौटा उतर गया।


