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महाराष्ट्र की जनता ने राहुल गांधी के झूठ का भंडाफोड़ कर दिया : नवनीत राणा

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता नवनीत राणा ने महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ 'महायुति' की जीत के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि वह झूठ बोलने में माहिर हैं

महाराष्ट्र की जनता ने राहुल गांधी के झूठ का भंडाफोड़ कर दिया : नवनीत राणा
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मुंबई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता नवनीत राणा ने महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ 'महायुति' की जीत के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि वह "झूठ बोलने में माहिर हैं"। उन्होंने लोकसभा चुनाव में आम जनता को भरमाने का प्रयास किया।

उन्होंने कहा, “मौजूदा समय में महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति से यह साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में जिस तरह से आम लोगों को भरमाने के लिए प्रचार किया था, उसका भंडाफोड़ 'महायुति' के उम्मीदवारों ने विधानसभा चुनाव प्रचार में कर दिया है।”

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के चुनाव नतीजों ने यह भी साफ कर दिया है कि झूठ एक बार चल सकता है, बार-बार नहीं। अगर राहुल गांधी को लगता है कि उनकी झूठ की दुकान चल जाएगी, तो मैं आज एक बात स्पष्ट कर देना चाहती हूं कि यह उनकी गलतफहमी है। लिहाजा, उन्हें अपनी यह गलतफहमी दूर कर लेनी चाहिए। 'महायुति' ने इस बार जीत का परचम लहराया है। बीते दिनों जिस तरह से विरोधियों ने देवेंद्र फडणवीस को घेरने का काम किया था, आज महाराष्ट्र की जनता ने यह साबित कर दिया है कि हम उन्हीं लोगों को राज्य की जनता की सेवा करने का मौका देंगे, जो हमारे हितों का विशेष ख्याल रखेगा। महाराष्ट्र की जनता समझदार है।”

उन्होंने कहा, “आज मेरे राम भगवान अमरावती में पधारेंगे। आज हम लोग उसी का उत्सव मनाएंगे।”

उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों में महायुति गठबंधन ने 236 और महा विकास अघाड़ी ने 48 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, अन्य दलों ने चार सीटों पर जीत का परचम लहराया है।

उधर, महाराष्ट्र में चुनावी नतीजे साफ होने के बाद अब प्रदेश में मुख्यमंत्री की कुर्सी किसे सौंपी जाएगी, इसे लेकर राजनीतिक चर्चा का दौर शुरू हो चुका है। भाजपा की ओर से जहां देवेंद्र फडणवीस का नाम सामने आ रहा है, वहीं एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना का मानना है कि एक बार फिर से सीएम पद की कमान एकनाथ शिंदे को दिया जाना चाहिए, क्योंकि उनके कार्यकाल में सूबे में विकास हुआ है। यह इसी विकास का नतीजा है कि प्रदेश में फिर से महायुति ने जीत का परचम लहराया है।

खैर, मौजूदा राजनीतिक स्थिति को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर लंबी माथापच्ची का दौर जारी रहेगा।


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