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राहुल गांधी संसद को कबड्डी का मैदान बनाना चाहते हैं : प्रमोद कृष्णम

पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में एक बार फिर हिंदू मंदिर में हुई तोड़फोड़, संसद परिसर में प्रदर्शन के दौरान घायल हुए भाजपा सांसद और संभल की घटना पर पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शनिवार को बात की

राहुल गांधी संसद को कबड्डी का मैदान बनाना चाहते हैं : प्रमोद कृष्णम
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गाजियाबाद। पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में एक बार फिर हिंदू मंदिर में हुई तोड़फोड़, संसद परिसर में प्रदर्शन के दौरान घायल हुए भाजपा सांसद और संभल की घटना पर पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने शनिवार को बात की।

बांग्लादेश में हिंदुओं के तीन मंदिरों पर उपद्रवियों के अटैक को लेकर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, "वहां रोज मंदिरों पर हमले हो रहे हैं, हिंदुओं पर जो अत्याचार हो रहा है, इस वजह से भगवान कल्कि का अवतार जल्द होने वाला है।"

शुक्रवार को संभल के एक मंदिर में एएसआई के सर्वे को लेकर उन्होंने कहा, "भगवान कल्कि का अवतार जहां पर होगा, वहां पर 68 तीर्थ 19 कुएं और मध्य में शिवलिंग होगा, यह सब पुराणो में लिखा है। ऐसे में वहां पर जो हो रहा है, वो भगवान कल्कि के अवतार के लक्षण हैं। मंदिर और कुएं मिल रहे हैं, तीर्थ प्रकट हो चुके हैं, ऐसे में लगता है भगवान कल्कि का अवतार जल्द होने वाला है। कल्कि धाम पर निर्माण हो रहा है। जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चरण संभल की भूमि पर पड़ा है, तब से सारी दुनिया संभल का नाम जप रही है।"

संसद भवन में डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान पर प्रदर्शन के दौरान हुए धक्का मुक्की को लेकर प्रमोद कृष्णम ने कहा, "राहुल गांधी की बातों और हरकतों से उनकी छवि एक अनार्किस्ट की बन चुकी है। 20 वर्षों में वह एक परिपक्व और गंभीर राजनेता नहीं बन पाए हैं। उनकी इमेज एक पहलवान, लड़ाकू और एक अनार्किस्ट के रूप में उभर रही है। मेरी उनको सलाह है कि वह 20 सालों में एक अच्छे नेता नहीं बन पाए, लेकिन उनको एक जिम खोलना चाहिए। उसमें वह अच्छे जिम ट्रेनर जरूर बन जाएंगे। उनकी बॉडी लैंग्वेज से लगता है कि राहुल गांधी एक जिम ट्रेनर हैं। वह पहलवान की भूमिका में नजर आते हैं और संसद को कबड्डी का मैदान बनाना चाहते हैं।

कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर दिए आपत्तिजनक बयान पर प्रमोद कृष्णम ने कहा, "अमित शाह के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग करना ठीक नहीं। वह ऐसे गृहमंत्री हैं जिन्होंने देश के गौरव को बढ़ाया है। वह चाहे धारा 370 को हटाने, माओवादी और आतंकवादियों से लड़ने का फैसला हो। लेकिन विपक्ष के नेताओं की आदत है कि वो पीएम मोदी और अमित शाह के फैसले की कोई सराहना नहीं करते और सिर्फ कौवे की तरह बोलते रहते हैं।


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