बिहार चुनाव को लेकर पशुपति पारस का बड़ा ऐलान, वक्फ विधेयक पर सरकार के खिलाफ
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने घोषणा की है कि 14 अप्रैल को पटना के बापू सभागार में पार्टी की दलित सेना एक रैली आयोजित करेगी

पटना। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने घोषणा की है कि 14 अप्रैल को पटना के बापू सभागार में पार्टी की दलित सेना एक रैली आयोजित करेगी। इस रैली में पूरे बिहार से पार्टी के कार्यकर्ता जुटेंगे, जहां पार्टी की नीतियों, सिद्धांतों और आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा होगी।
पशुपति पारस ने कहा, "हम चुनाव में किस गठबंधन के साथ जाएंगे, कितनी सीटों पर लड़ेंगे और हमारे उम्मीदवार कौन होंगे? इस पर पार्टी के अंदर सर्वे चल रहा है। हमें जीतने वाले और टिकाऊ उम्मीदवारों की जरूरत है। इन सभी मुद्दों पर मिल-बैठकर विचार किया जाएगा।"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बिहार यात्रा पर पशुपति पारस ने कहा, "उनकी पार्टी अलग है, हमारी अलग है। अगर वे बैठक कर रहे हैं तो यह अच्छी बात है।" वक्फ बोर्ड बिल को लेकर पशुपति पारस ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी मुस्लिम संगठनों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा, "सरकार द्वारा लाया गया यह बिल हमें स्वीकार्य नहीं है और हम इसके खिलाफ हैं।"
इस रैली के जरिए आरएलजेपी न सिर्फ अपने दलित वोटबैंक को मजबूत करने की कोशिश करेगी, बल्कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भी अपने पत्ते खोलेगी।
इससे पहले पशुपति कुमार पारस ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। उन्होंने कहा था कि पार्टी ने जमीनी स्तर पर संगठन और दलित सशक्तीकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए 2025 के चुनावों के लिए अपनी तैयारियां भी तेज कर दी हैं।
पारस ने कहा, "हमने बिहार के हर बूथ पर एक संगठन स्थापित करने की योजना बनाई है। इसके अनुसार, सभी निर्वाचन क्षेत्रों में बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) नियुक्त किए जाएंगे। बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए जमीनी स्तर पर एक मजबूत आधार बनाने का विचार है।"
उल्लेखनीय है कि इस साल बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिसे लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज होती जा रही है। सभी दल धरातल पर अपने उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया में जुट गए हैं। इसके साथ ही, मतदाताओं पर पकड़ जमाने के लिए कार्यकर्ता सम्मेलन और रैलियां आयोजित हो रही हैं। इसी कड़ी में पशुपति पारस की पार्टी भी जनता से संपर्क साध रही है।


