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मायावती का राहुल गांधी को जवाब, कहा- बसपा से गठबंधन की बरगलाने वाली बातें दोहरा चरित्र

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस बयान पर पलटवार किया है

मायावती का राहुल गांधी को जवाब, कहा- बसपा से गठबंधन की बरगलाने वाली बातें दोहरा चरित्र
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लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने मायावती पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बी-टीम बनकर काम करने का आरोप लगाया था। मायावती ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि यूपी जैसे राज्य में कांग्रेस कमजोर है, वहां बीएसपी से गठबंधन की बरगलाने वाली बातें करना यह उस पार्टी का दोहरा चरित्र नहीं तो और क्या है?

उन्होंने कहा कि यूपी और अन्य राज्यों में जब भी कांग्रेस जैसी जातिवादी पार्टियों के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ा है, तब हमारा बेस वोट उन्हें ट्रांसफर हुआ है। लेकिन, वे पार्टियां अपना बेस वोट बीएसपी को ट्रांसफर नहीं करा पाई हैं। ऐसे में बीएसपी को हमेशा घाटे में ही रहना पड़ा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सिलसिलेवार तरीके से एक के बाद एक कई पोस्ट किए।

बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए लिखा, ''कांग्रेस पार्टी जिन राज्यों में मजबूत है या जहां उनकी सरकारें हैं, वहां बीएसपी और उनके अनुयाइयों के साथ द्वेष व जातिवादी रवैया है, किंतु यूपी जैसे राज्य में जहां कांग्रेस कमजोर है, वहां बीएसपी से गठबंधन की बरगलाने वाली बातें करना, यह उस पार्टी का दोहरा चरित्र नहीं तो और क्या है?''

उन्होंने आगे लिखा, ''फिर भी बीएसपी ने यूपी व अन्य राज्यों में जब भी कांग्रेस जैसी जातिवादी पार्टियों के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ा है तब हमारा बेस वोट उन्हें ट्रांसफर हुआ है, लेकिन वे पार्टियां अपना बेस वोट बीएसपी को ट्रांसफर नहीं करा पाई हैं। ऐसे में बीएसपी को हमेशा घाटे में ही रहना पड़ा है।''

मायावती ने एक अन्य पोस्ट में लिखा, ''वैसे भी कांग्रेस व भाजपा आदि का चाल, चरित्र, चेहरा हमेशा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर, उनकी अनुयायी बीएसपी व उसके नेतृत्व, उनके दलित-बहुजन अनुयाइयों एवं आरक्षण आदि का घोर विरोधी रहा है, जिससे देश संविधान का समतामूलक व कल्याणकारी उद्देश्य पाने में काफी पीछे है, जो चिन्ताजनक है।''

उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे। जहां उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि मायावती हमारे साथ मिलकर चुनाव लड़ें। अगर तीनों पार्टियां एक साथ चुनाव लड़तीं, तो भाजपा कभी नहीं जीत पाती।

राहुल गांधी ने कहा कि कांशीराम ने नींव रखी। बहनजी ने काम किया। यह मैं भी मानता हूं। मेरा सवाल है, बहन जी (मायावती) आज तक कोई चुनाव ठीक से क्यों नहीं लड़ीं? हम चाहते थे, बहन जी भाजपा के विरोध में हमारे साथ चुनाव लड़ें। लेकिन, मायावती जी किसी न किसी कारण से नहीं लड़ीं। इस बात का हमें काफी दुख है। अगर तीनों पार्टियां एक साथ चुनाव लड़तीं, तो भाजपा कभी नहीं जीतती।


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