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जम्मू में सरकार के खिलाफ भाजपा का विरोध प्रदर्शन

भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को जम्मू में जम्मू-कश्मीर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया

जम्मू में सरकार के खिलाफ भाजपा का विरोध प्रदर्शन
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जम्मू। भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को जम्मू में जम्मू-कश्मीर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में प्रदेश के कई कार्यकर्ता एवं नेताओं ने शिरकत की।

इस धरना प्रदर्शन के बारे में जानकारी देते हुए बीजेपी नेता बसंत राज ठाकुर ने आईएएनएस से बात करते हुए बताया, “आज हमने राज्य स्तर पर एक प्रोटेस्ट आयोजित किया, जिसमें हम उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्र हुए, जिन्होंने देश की सेवा में अपने प्राणों की आहुति दी। जैसे हमारे वीर सैनिक सीमा पर शहीद होते हैं, उसी तरह हमारे दो महान शहीद नजीर अहमद और कुलदीप जी, जिन्होंने कश्मीर के सीमा क्षेत्र में अपने प्राणों की आहुति दी, को सलाम करने के लिए हम यहां इकट्ठे हुए हैं। हम उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करते हैं कि परमात्मा उन्हें इस अपार दुःख को सहने की शक्ति दे। हम यह भी कहना चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने पिछले 70 वर्षों में खून की होली खेली है। हम उन्हें चेतावनी देते हैं कि इस तरह की राजनीति अब नहीं चलेगी। जनता ने उन्हें जो जिम्मेदारी दी है, उसे समझें और इस तरह की घृणित बातें करना बंद करें। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता पूरी मजबूती के साथ खड़े हैं। हम 28 सीटों पर चुनाव जीते हैं और सड़कों पर भी संघर्ष करेंगे, लेकिन इस प्रकार की बातें नहीं चल सकती। खासकर कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि देश के अंदर ऐसी बातें करने का क्या असर पड़ेगा।”

उन्होंने आगे कहा, “मैं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अपील करता हूं कि ऐसी सरकार को एक पल भी नहीं चलने देना चाहिए, क्योंकि यह सरकार देश की शांति और सुरक्षा के लिए खतरे की घंटी बन चुकी है। इन 10 वर्षों में हमने यहां अमन और खुशहाली लाई है। नहीं तो यहां से कश्मीरी पंडितों का पलायन, हिंसा और अस्थिरता का माहौल हम सबने देखा है। यह लोग कैसा अमन चाहते हैं? क्या यह वह अमन और खुशहाली है, जो इन लोगों ने प्रदान किया? जो भी लोग ऐसे बयान देते हैं, वे खुद जयचंद की तरह काम कर रहे हैं, जो देश के खिलाफ हैं। मैं अपने भाइयों से अपील करता हूं कि वे इन सवालों को गंभीरता से उठाएं और यह सोचें कि इनके शासन में क्या सचमुच कोई शांति आई है, क्या वे चाहते हैं कि इस तरह का माहौल कायम रहे?”


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