एनसीपी, कांग्रेस की ओर से अकेले ताल ठोक रहे हैं शरद पवार
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचार अपने चरम पर है। एक तरफ भाजपा- शिवसेना की महायुति चुनाव मैदान में है तो दूसरी ओर कांग्रेस- एनसीपी गठबंधन

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव
कुमार पंकज
मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचार अपने चरम पर है। एक तरफ भाजपा- शिवसेना की महायुति चुनाव मैदान में है तो दूसरी ओर कांग्रेस- एनसीपी गठबंधन। महायुति और गठबंधन के बीच हो रहे मुकाबले में एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित भाजपा के कई दिग्गज चुनाव प्रचार में उतर चुके हैं तो दूसरी ओर गठबंधन की ओर से एनसीपी प्रमुख शरद पवार अकेले ताल ठोंक रहे हैं। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की चुनावी सभाएं कार्यकर्ताओ को अपनी तरफ खींच नहीं पा रही है।
मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में प्रदेश की देवेंद्र फडणवीस सरकार को कोसने वाले लोग तो मिल जाते हैं। लेकिन सरकार किसकी बनेगी इस सवाल पर आकर कहने लगते हैं कि विपक्ष कमजोर है। इन सवालों के बीच शरद पवार चुनावी रैलियों में राज्य सरकार के साथ - साथ केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधते हैं। पवार कहते हैं कि अगर सरकार अच्छा काम कर रही थी तो कई मंत्रियों का टिकट क्यो काट दिया गया। पवार कहते हैं कि इसके पीछे कोई न कोई कारण तो जरूर होगा। इतना ही नहीं पवार केंद्र सरकार की कई नीतियों की भी आलोचना करते हैं। दूसरी ओर कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं का प्रचार जोर नहीं पकड़ पा रहा है। इसका तर्क देते हुए कांग्रेस के कार्यकर्ता कहते हैं कि जब हमारे नेता ही चुप हैं तो वो क्या करे। उनका इशारा प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेताओं की ओर है जो चुप्पी साधे हुए हैं।
भाजपा राष्ट्रवाद को दे रही हवा
चुनाव में भाजपा राष्ट्रवाद के मुद्दे को हवा दे रही है। चाहे वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा हो या फिर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह या दूसरे भाजपा नेताओं की। हर सभा मे जम्मू कश्मीर का मुद्दा जरूर उठ रहा है। वहीं केंद्र और राज्य सरकार के कामकाज का भी महत्व बताया जा रहा है।
नहीं लग रहा चुनाव जैसा माहौल
आम तौर पर विधानसभा चुनाव हो या फिर कोई और चुनाव। लोकतंत्र में उसका नजारा देखने को मिलता है। लेकिन महाराष्ट्र चुनाव में मुंबई और उसके आसपास के इलाके में चुनाव जैसा माहौल नहीं दिख रहा है। हालांकि महाराष्ट्र के दूसरे इलाकों में जरूर चुनाव को लेकर सरगर्मी है।
ये भी पढ़े : देवेंद्र फडणवीस के ही नेतृत्व में बनेगी महायुति की सरकार- भूपेंद्र यादव


