किसान नेता ने सरकार को कहा तालिबानी
तीनों कृषि कानूनों के विरोध में इतने महीने से किसान आंदोलन कर रहे हैं. उसी कड़ी में हरियाणा के किसान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यक्रमों का लगातार विरोध कर रहे हैं। इसी के चलते शनिवार को भी किसान करनाल की तरफ बढ़ रहे थे जहां बिजेपी की बैठक होने वाली थी. उसके बीच में ही किसान पुलिस की लाठियों का शिकार हो गए. जिसके बाद किसान नेता राकेश टिकैत अपना गुस्सा जाहिर किया है.

जबसे देश के किसान कृषि कानून के खिलाफ अपना प्रदर्शन कर रहे हैं. तब से किसान नेता राकेश टिकैत सुर्ख़ियों में बने हुए हैं. क्योंकि वो निडरता से अपनी बात रखते नज़र आते हैं. हर बार की तरह इस बार भी किसानों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ किसान नेता राकेश टिकैत सरकार पर भड़क उठे हैं. और उन्होंने तो सरकार की तुलना तालिबान से कर डाली. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा : "देश में सरकारी तालिबानों का कब्ज़ा हो चुका है। देश में सरकारी तालिबानों के कमांडर मौज़ूद है। इन कमांडरों की पहचान करनी होगी। जिन्होंने आदेश दिया सर फोड़ने का वही कमांडर है". इसके अलावा हरियाणा भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बर्बरतापूर्वक प्रदर्शनकारी किसानों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए। किसानों के खिलाफ कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस की आलोचना की गई और विरोध में कई स्थानों पर सड़कों को जाम किया गया।


