भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ को बना दिया चारागाह-भूपेश
रायगढ़ ! नोटबंदी के खिलाफ कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे जनवेदना कार्यक्रम के तहत रविवार को पीसीसी अध्यक्ष रायगढ़ पहुंचे।

प्रदेश में स्कूल बंद हो रहे और सरकार कर रही शराब बेचने की जुगत
रायगढ़ ! नोटबंदी के खिलाफ कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे जनवेदना कार्यक्रम के तहत रविवार को पीसीसी अध्यक्ष रायगढ़ पहुंचे। उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर न सिर्फ अपनी भड़ास निकाली बल्कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को भी आड़े हाथों लेते हुए सरकार द्वारा हाल में लिये गये शराब बेचने के फैसले को लेकर भी सवाल खड़े किये। उनका आरोप था कि एक तरफ प्रदेश में सैकड़ो स्कूलें बंद की जा रही है तो दूसरी तरफ सरकार खुद दुकान खोलकर शराब बेचने का धंधा करने पर उतारू है। उन्होंने डॉ. रमन की सरकार को किसान विरोधी और उद्योगपतियों का हितैषी बताया है।
सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए भूपेश बघेल ने इस दौरान कहा कि भाजपा सरकार के द्वारा संकल्प पत्र में शराब को धीरे-धीरे पूर्णत: बंद कर देने की बात कही गई थी, लेकिन अब शराब सरकार बेचेगी और भाजपा शासन में सिर्फ कोचियों को बढ़ावा दिया गया है। ऐसे में अब भारतीय जनता पार्टी के लोग कोचियों का काम करेंगे। वहीं कांग्रेस के शासन काल में शराब बंदी को लेकर सवाल करने पर उन्होंने कहा कि चुनाव के नजदीक आने पर इस विषय को लेकर घोषणा पत्र तैयार किया जाएगा, अभी हम सिर्फ देख रहे हैं। कांग्रेस विपक्ष की भूमिका में है। बड़े मुद्दो को लेकर किए गए सवाल में उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार बड़े आंदोलन कर रही है। बस्तर में पदयात्रा निकाली गई। जिसमें बड़े व स्थानीय नेता भी शामिल हुए। वहीं नोटबंदी को लेकर भी कांग्रेस ने जमकर विरोध किया और पूरे देश में आंदोलन नहीं हुआ, लेकिन नोटबंदी को लेकर छत्तीसगढ़ में विरोध किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार आम आदमी व गरीबों के हित के खिलाफ कार्य कर रही है। पीएम ने कहा था कि यह हमारा संकल्प पत्र है। घोषणा पत्र नहीं है और संकल्प पत्र है, तो यह पूरा होगा, लेकिन मुफ्त बिजली, 300 रुपए बोनस व कई जनहित के लिए किए गए बड़े-बड़े दावे अब तक पूरा नहीं हो सका है। पीसीसी अध्यक्ष श्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ को भाजपा सरकार ने चारागाह बना दिया है। यहां भूमि का अधिग्रहण कर लिया जाता है, लेकिन किसी प्रकार की नौकरी नहीं दी जाती है। रायगढ़ में तो जमीन अधिग्रहण कर लिया जाता है। फैक्ट्री लग जाती है। इसके बाद भी नौकरी नहीं मिलती है। वर्तमान में तमनार क्षेत्र के भूविस्थापित हुए 56 गांव कांग्रेस के लिए बड़ा मुद्दा है। पीसीसी अध्यक्ष ने कहा कि गुजरात व महाराष्ट्र समृद्ध राज्य है, लेकिन उन्हें भाजपा सरकार उसे और समृद्ध राज्य बनाने में लगी हुई है और छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य नहीं बनाया जा रहा है। जो भी बड़े काम हो रहे हैं। उसका काम भी केन्द्रिय मंत्री से जुड़े लोगों को दिया जा रहा है। इससे छत्तीसगढ़ राज्य काफी पीछे होते जा रहा है।
कांगे्रसी नहीं दिखा पाए एकजुटता
पीसीसी अध्यक्ष के द्वारा सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश अध्यक्ष से मिलने के लिये शहर तथा जिले के कांगे्रस के पदाधिकारी और वरिष्ठ कार्यकर्ता भी पहुंचे थे पीसी के बाद प्रदेश अध्यक्ष से मिलने के लिये निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष रहे व वरिष्ठ कांगे्रसी जयंत ठेठवार, निगम के सभापति सलीम निहारिया, राजेश भारद्वाज, हरमित घई, संजना शर्मा, अनिल शुक्ला व अन्य कांग्रेसी श्री बघेल से अकेले में चर्चा करना चाहते थे इसी दौरान प्रदेश अध्यक्ष से जिला ग्रामीण अध्यक्ष के द्वारा परिचय कराये जाने पर श्री ठेठवार यह कहते हुए बाहर निकल गये कि यदि उन्हें अपने नेता को अपने कांगे्रसी होनें का परिचय देना पड़ रहा है तो यह हद है , उनके साथ ही कई वरिष्ठ कांगे्रसी भी प्रदेश अध्यक्ष से बिना मिले नाराजगी जाहिर करते हुए बाहर निकल गये। उनका यह भी आरोप था कि प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें यहां पर सही जगह नही होनें की बात कहकर रायपुर में चर्चा के लिये बुलाया है लेकिन अगर रायगढ़ की बात रायगढ़ में ही नही हो सकती तो रायपुर में उस समस्या का हल ढूंढना बेमानी है। कुछ कांगे्रसियों ने दबे स्वर में यह भी कहा कि उन्हें सब पता है कि बड़े नेताओं के आगमन पर गाडिय़ों की व्यवस्था तथा आवभगत की व्यवस्था स्थानीय नेताओं द्वारा किन उद्योगों से सहयोग लेकर कराई जाती है उन्हें सब मालूम है और तीन ब्लाक अध्यक्षों के इस्तीफे के बाद भी अगर हालात नही सुधरे तो आने वाले दिनों में कांगे्रस को जिले में और बुरा दिन देखना पड़ेगा।


