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राहुल गांधी 55 वर्ष के हो गए, लेकिन उनका बचपना नहीं जा रहा : सुधांशु त्रिवेदी

भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ''राहुल गांधी 55वें वर्ष में प्रवेश कर गए हैं, लेकिन अभी भी उनका बचपना नहीं जा रहा है। वो युवा का तमगा पहने रहते हैं, जो चिरयुवा भी हैं और चिर व्याकुल भी

राहुल गांधी 55 वर्ष के हो गए, लेकिन उनका बचपना नहीं जा रहा : सुधांशु त्रिवेदी
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नई दिल्ली। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ''राहुल गांधी 55वें वर्ष में प्रवेश कर गए हैं, लेकिन अभी भी उनका बचपना नहीं जा रहा है। वो युवा का तमगा पहने रहते हैं, जो चिरयुवा भी हैं और चिर व्याकुल भी।''

राहुल गांधी आज कल हम लोग को बहुत भाषण दे रहे हैं कि, आप अयोध्या में नहीं जीत पाए और अब गुजरात में भी आपको हराने जा रहे हैं। लग रहा है राहुल गांधी पिछले गुजरात विधानसभा का परिणाम भूल गए हैं।

राज्य की 182 विधानसभा सीटों पर हमने 150 से ज्यादा सीटों पर प्रचंड बहुमत हासिल किया। उनमें वो 32 विधानसभा सीटें भी शामिल थी, जिन पर साल 1947 से कांग्रेस कभी भी नहीं हारी थी। हमने उनमें से आधी सीटों पर कांग्रेस को पस्त कर दिया।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की ओर इशारा करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा, गुजरात का मैं इसलिए जिक्र कर रहा हूं, क्योंकि प्रदेश में उसका आधा वोट इंडी गठबंधन में उनके दिल्ली के सहयोगी ले गए। यानी कांग्रेस का जो भाव गुजरात में है, वो दिल्ली से जुड़ा हुआ है।

राहुल गांधी को सुझाव देते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा , आप गुजरात में भाजपा को हराने का ख्वाब छोड़िए। पहले आम आदमी पार्टी की तरफ देखिए, जिसने कांग्रेस का वोट शेयर आधा कर दिया है। पंजाब में कांग्रेस की सत्ता का, जिसने स्विच ऑफ कर दिया। गुजरात में आपका वोट हाफ कर दिया। दिल्ली में आप को साफ कर दिया। उसके बाद भी कांग्रेस ने आप को माफ कर दिया।

सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा, जो लोग भाजपा के गठबंधन पर सवाल उठाते थे, उन्हें दिल्ली की जनता ने जवाब दे दिया। सबसे पहले इंडी गठबंधन में टूट दिल्ली में ही हुई। आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट कह दिया कि, लोकसभा चुनाव में गठबंधन था, लेकिन विधानसभा चुनाव तो अलग लड़ेंगे।

लोकसभा की 232 सीटें, जो ये लोग जीते हैं, उनमें से 75 सीटों पर तो एक-दूसरे के खिलाफ लड़कर आए हैं। 13 सीटें पंजाब की, 42 सीटें बंगाल और 20 सीटें केरल की। 75 सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ लड़े और उनमें से 60 सीटों पर जीत हासिल की है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि जब आप पार्टी ने औपचारिक रूप से कांग्रेस से गठबंधन तोड़ लिया है, तो पंजाब की सीटों को तो जोड़ना छोड़ दें।


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