मेक्रों से बातचीत की कहानी ‘गढ़कर’ राहुल ने अपनी ही विश्वसनीयता घटाई: जेटली
केन्द्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली ने आज कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मेक्रों के साथ बातचीत की कहानी ‘गढ़कर’ कर

नयी दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अरूण जेटली ने आज कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मेक्रों के साथ बातचीत की कहानी ‘गढ़कर’ कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी ही विश्वसनीयता ‘घटायी’ है।
Frivolity and the No Confidence Motion https://t.co/dHBWuS87YQ
— Arun Jaitley (@arunjaitley) July 21, 2018
जेटली ने फेसबुक पर लिखे अपने लेख में कहा है,“ राहुल गांधी ने राष्ट्रपति मेक्रों के साथ बातचीत गढ़ कर अपनी विश्वसनीयता कम की है और दुनिया के सामने भारतीय राजनेताओं की छवि को नुकसान पहुंचाया है।” उन्होंने कहा यह बात समझ में नहीं आ रही है कि श्री गांधी उस तथ्य से कैसे अंजान हैं कि संप्रग सरकार के मंत्री ने ही गोपनीयता के करार पर हस्ताक्षर किये थे।
Rahul Gandhi, by concocting a conversation with President Macron, has lowered his own credibility&seriously hurt the image of an Indian politician before the world at large. Not to be aware of the fact that UPA Government Minister had signed the secrecy pact is not understandable
— Arun Jaitley (@arunjaitley) July 21, 2018
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने शुक्रवार को लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा था कि सरकार गाेपनीयता की आड में राफेल विमान सौदे की कीमत नहीं बता रही है जबकि फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने उनसे कहा था कि दोनों देशों के बीच एेसा कोई गोपनीय करार नहीं है और यह बात अाप अपने देश में सभी को बता सकते हैं।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसका कड़ा विरोध किया और समझौते के कुछ अंश भी सदन में पढकर सुनाये। फ्रांस सरकार ने भी अपनी ओर से बयान देकर कहा कि दोनों देशों के बीच 2008 में गोपनीयता को लेकर सुरक्षा समझौता हुआ था जिसके तहत दोनों पक्ष ऐसी जानकारी सार्वजनिक नहीं कर सकते जिससे रक्षा उपकरणों से जुडी सुरक्षा और संचालन क्षमताओं पर असर पड़े।
जेटली ने अपने लेख में यह भी कहा कि राहुल गांधी की ‘समझ में कमी’ केवल बुनियादी मुद्दों तक ही सीमित नहीं है उन्हें प्रोटोकाल की भी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा , “ कभी भी राष्ट्राध्यक्ष या सरकार के प्रमुख के साथ बातचीत को गलत रूप में पेश नहीं करना चाहिए। आप ऐसा करते हैं तो गंभीर लोग आप से बात करने में कतरायेंगे या आपकी मौजूदगी में नहीं बोलेंगे। ”
Is he unaware of the fact that the UPA proposed GST amendment to the Constitution never included petroleum products as part of the GST? It is only the NDA which brought it within the GST with tax to be levied once agreed by the GST Council. He seems unaware of public issues.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) July 21, 2018
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी यह कहकर परेशानी में डाल दिया कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति के साथ बातचीत के समय वह भी मौजूद थे। क्या मनमोहन सिंह भी इस बात से अनभिज्ञ थे कि उनकी सरकार ने फ्रांस के साथ गोपनीयता का करार किया है।
जेटली ने कहा कि राहुल गांधी ने बार बार यह साबित किया है कि वह तथ्यों से अनभिज्ञ हैं। ऐसी वित्तीय जानकारी का खुलासा करने पर जोर देना जिसमें विमान में लगे सामरिक उपकरण भी शामिल हैं राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि कीमत के खुलासे से विमान में लगे हथियारों के बारे में संकेत मिल सकते हैं।


