राहुल गांधी ने आखिर स्वीकार किया कि कांग्रेस में आरएसएस के लोग हैं : कमल पटेल
मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि आखिरकार कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्वीकार कर लिया है कि कांग्रेस में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के लोग हैं

खरगोन। मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि आखिरकार कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्वीकार कर लिया है कि कांग्रेस में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के लोग हैं।
जिला प्रभारी मंत्री बनने के बाद पहली बार खरगोन जिले के भ्रमण पर आए श्री पटेल ने पत्रकारों से चर्चा में राहुल गांधी के बयान पर कहा कि श्री गांधी की बातें समझ के बाहर होती हैं, इसलिए टिप्पणी करना व्यर्थ है। उनके बयान से तो यह मतलब निकलता है कि वह स्वीकार कर रहे हैं कि कांग्रेस में भी आरएसएस के लोग हैं और वे यह भी मान रहे हैं कि कांग्रेस में डरपोक लोग भी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समाप्तप्रायः हो चुकी है और इसे खत्म होना ही है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए राष्ट्र प्रथम है, फिर पार्टी है और फिर अन्य चीजें। उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता में मंत्री पद या अन्य लाभ के लिए नहीं बल्कि आत्मनिर्भर भारत बनाने, 21वीं सदी का भारत और समाज परिवर्तन के लिए आई है।
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तनखा द्वारा जनसंख्या नियंत्रण को समर्थन दिए जाने की बात पर कहा कि यह सभी पार्टियों का दायित्व है कि वह इसके लिए नागरिकों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि खरगोन जिले के कसरावद से विधायक सचिन यादव कृषि मंत्री रहे, लेकिन वे अपने पद के अनुरूप किसानों को न्याय नहीं दिला पाए। पिछले सवा साल में भाजपानीत प्रदेश सरकार ने किसानों को उनकी उपज का बढ़िया मूल्य दिलाया है। सरकार ने खाद बीज और कीटनाशक की व्यवस्थाएं उच्च स्तर की है। सरकार किसान को एमएसपी नहीं बल्कि एमआरपी वाला किसान बनाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने खंडवा उपचुनाव को लेकर कहा कि कांग्रेस ने किसानों, आम जनता, महिलाओं और स्व सहायता समूह के साथ धोखा किया है, इसलिए वह हमेशा के लिए समाप्त हो चुकी है और भाजपा ही इस चुनाव को जीतेगी। उन्होंने कहा कि केंद्र तथा प्रदेश सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को नागरिकों के घर बैठे हल करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि खरगोन जिले में अवैध शराब और रेत उत्खनन के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। आज उन्होंने खरगोन जिला मुख्यालय पर अधिकारियों के साथ बैठक में निर्देश दिए कि समस्त जन कल्याणकारी योजनाओं को प्राथमिकता के साथ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना ही मुख्य उद्देश्य होना चाहिए।


