वोट के लिए जाति और धर्म के नाम पर देश को न बांटे राहुल गांधी: शाहनवाज हुसैन
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने आज कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वोट के लिये छद्म धर्मनिरपेक्षता का लबादा ओढ़ जाति और धर्म के नाम पर देश को न बांटे

पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने आज कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी वोट के लिये छद्म धर्मनिरपेक्षता का लबादा ओढ़ जाति और धर्म के नाम पर देश को न बांटे।
हुसैन ने यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जब-जब चुनाव आता है तब राहुल गांधी को मुस्लिम समाज की याद आती है। उच्चतम न्यायालय ने धर्म और जाति के आधार पर राजनीति न करने का आदेश दिया था लेकिन छद्म धर्मनिरपेक्षता का लबादा ओढ़े राहुल गांधी आज मुस्लिम बद्धिजीवियों को संबोधति करेंगे। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि राहुल गांधी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि बुद्धिजीवियों की भी कोई जाति होती है क्या।
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी वोट के लिये धर्म और जाति के नाम पर देश को बांटने की कोशिश न करें। कर्नाटक में कांग्रेस कोटे के एक मंत्री ने देश के हर जिले में शरिया अदालत स्थापित करने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन(संप्रग) की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि शरियत न्यायालय पर उनकी तथा कांग्रेस पार्टी की क्या राय है।
हुसैन ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज मुस्लिम बुद्धिजीवियों को संबोधित करने वाले हैं लेकिन मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार इस सम्मेलन में कुछ खास गिने-चुने मुस्लिम लोगों से ही वे बातचीत करेंगे। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि ये बुद्धिजीवि सम्मेलन है या किसी साजिश को अमलीजामा पहनाने का षड्यंत्र।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि तत्कालीन संप्रग सरकार के दस वर्षों तक प्रधानमंत्री रहे डाॅ. मनमोहन सिंह ने पद पर रहते हुए एक सार्वजनिक कार्यक्रम में घोषणा की थी कि देश के सभी संसाधनों पर पहला हक इस देश के अल्पसंख्यकों का है। कांग्रेस के किसी नेता ने अभी तक इसका खंडन नहीं किया है और ऐसे में राहुल गांधी और उनकी पार्टी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि देश के शेष लोगों के संबंध में उनकी राय क्या है।
श्री हुसैन ने कहा कि देश में कांग्रेस के 60 वर्ष तक शासन करने के बाद भी मुस्लिम समाज के लोग पिछड़े हुए हैं। बुनकरों के यहां बिजली अभी तक नहीं पहुंच सकी थी लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने चार वर्ष के कार्यकाल में उन्हें बिजली उपलब्ध करा दी है। यदि 60 वर्ष पहले बुनकरों और दस्तकारों के घरों में बिजली पहुंच गयी होती तो आज उनकी स्थिति और कुछ और ही होती। उन्होंने कहा कि भाजपा का यह संकल्प है कि धर्म के नाम पर देश को बंटने नहीं देंगे।


