जलियांवाला बाग की भव्यता ने बढ़ाई मोदी सरकार की मुश्किलें
बीते रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौंदर्यीकरण के बाद नए स्वरूप में जलियांवाला बाग का वर्चुअल उद्घाटन किया ..इसके बाद से ही जलियांवाला बाग के नवीकरण को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार सवाल उठने लगे हैं.. और ये सवाल ही अब मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं .. इन सवालों का हवाला देकर विपक्ष भी मोदी सरकार पर निशाना साधने से नहीं चूक रहा है ..

मोदी सरकार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं ... तीन कृषि कानून हो या पेगासस जासूसी मामला या फिर बेरोजगारी हो मोदी सरकार हर तरफ से घिरी हुई है .. और अब मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ाने के लिए एक औऱ नए मामले ने जन्म ले लिया है .जिसके चलते विपक्ष सरकार पर हल्ला बोल रहा है .. दरअसल अमृतसर में जलियांवाला बाग का नवीकरण होने के बाद बीते रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल उद्घाटन किया .. उसके बाद से मोदी सरकार एक बार फिर घिर गई है ... नवीकरण को लेकर सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा और आलोचना देखने को मिल रही है. ज्यादातर आलोचनाएं उन गलियारों को लेकर हो रही है, जिन्हें बदल दिया गया है....कहा जाता है कि जिन गलियारों को बदला गया है वहां पर ही जनरल डायर ने बैसाखी पर शांति पूर्वक ढंग से प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोलियां चलाने के निर्देश दिये थे....जिसके चलते हजारों लोगों की जान चली गई थी...इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार को पर जमकर निशाना साधा.
जलियाँवाला बाग़ के शहीदों का ऐसा अपमान वही कर सकता है जो शहादत का मतलब नहीं जानता।
मैं एक शहीद का बेटा हूँ- शहीदों का अपमान किसी क़ीमत पर सहन नहीं करूँगा।
हम इस अभद्र क्रूरता के ख़िलाफ़ हैं। pic.twitter.com/3tWgsqc7Lx
इस ट्वीट में राहुल गांधी ने खुद को शहीद का बेटा बताते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है उनका साफ कहना है कि मोदी सरकार शहादत का मतलब ही नहीं जानती है .. सरकार ने शहीदों का अपमान किया है ... आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर कई लोगों ने सरकार पर नवीकरण के नाम पर इतिहास को नष्ट करने का आरोप लगाए हैं.. और साथ ही ये भी कहा है कि राजनेताओं को शहीदों की शहादत से कोई फर्क नहीं पड़ता है और शायद ही उन्हें कभी इतिहास की अनुभूति होती हो.. इसी कड़ी में इतिहासकार एस इरफान हबीब ने भी सरकार पर इतिहास से छेड़छाड़ के आरोप लगाए और कहा कि इतिहास से छेड़छाड़ किए बगैर विरासतों की देखभाल करें. नवीकरण के नाम विरासतों का असली महत्व खत्म किया जा रहा है ...इतिहासकार के अलावा सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने भी ट्वीट करते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा और लिखा कि केवल वे जो स्वतंत्रता संग्राम से दूर रहे, वे ही इसी प्रकार का कांड कर सकते हैं.


