राहुल में राफेल का मुद्दा समझने की क्षमता नहीं है :निर्मला
सीतारमण ने कहा अगर तुलना ही करना है तो बुनियादी कीमतों के बीच करें

भोपाल । रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल विमान के विषय को जानबूझ कर समझना नहीं चाहते हैं या उनमें समझने की क्षमता नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता श्रीमती सीतारमण ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में सवालों का जवाब देते हुए कहा कि सरकार कांग्रेस को राफेल से जुड़े हर सवाल का विस्तार से जवाब देना चाहती है और दे रही है लेकिन जिस प्रकार के प्रश्न श्री गांधी पूछ रहे हैं, उससे लगता है कि वह जानबूझ कर इस विषय को समझना नहीं चाहते हैं या उनमें समझने की क्षमता नहीं है। उन्होंने कहा कि श्री गांधी को राफेल पर सवाल पूछने से पहले अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी से रक्षा खरीद प्रक्रिया को अच्छी तरह से समझना चाहिए।
उन्होंने कहा कि श्री गांधी राफेल की बुनियादी कीमत और शस्त्रास्त्र से सुसज्जित विमान की कीमत के बीच अंतर नहीं कर पा रहे हैं। वह कहते हैं कि मनमाेहन सिंह सरकार के समय के सौदे से मोदी सरकार के समय के सौदे की कीमत में अंतर है। लेकिन उनके समय तो कोई सौदा नहीं हुआ था। सौदे की बातचीत के क्रम में बुनियादी कीमत तय हुई थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता मनमोहन सिंह सरकार के समय तय बुनियादी कीमत की तुलना मोदी सरकार के समय शस्त्रास्त्र से सुसज्जित कीमत से कर रहे हैं। उनकाे अगर तुलना ही करना है तो बुनियादी कीमतों के बीच करें।
रक्षा मंत्री ने कहा कि संसद हो या न्यायालय सरकार सब प्रश्नों के उत्तर दे रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने रक्षा खरीद प्रक्रिया को भ्रष्टाचार एवं दलाली से मुक्त किया है और न्यायालय की पूरी गरिमा एवं सम्मान का ध्यान रखते हुए हर बात उसे बता रही है।
उन्होंने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों के बीच राफेल का मुद्दा उठाने के कांग्रेस के फैसले पर हैरत व्यक्त करते हुए पलटवार किया और कहा कि कांग्रेस को राज्य में भाजपा के विरुद्ध कोई मुद्दा नहीं मिला तो वह केन्द्र के विषय उठाने लगी है। उन्होंने कहा कि राफेल अब केन्द्र का भी मुद्दा नहीं रहा है।
जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान से लगी नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी एवं घुसपैठ तथा सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़े सवालों पर उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक हरेक भारतीय के लिए गौरव का विषय है। पाकिस्तान को उसकी हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है।
इससे पहले श्रीमती सीतारमण ने मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार की एक बार फिर जीत को बेहद जरूरी बताते हुए कहा कि बीते 15 साल में अर्थव्यवस्था के तीनों क्षेत्रों -कृषि, उद्योग एवं सेवा क्षेत्र में सुनियोजित तरीके से तरक्की हुयी है। 30 -40 साल पहले मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य कहते थे लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दहाई अंकों में वृद्धि करते हुए राज्य को तेजी से विकसित होते राज्यों की कतार में ले आये हैं। औद्याेगिक गलियारे हों या कृषि संबंधी प्रसंस्करण उद्यमों को तेजी से बढ़ावा मिल रहा है। पर्यटन एवं आईटी के क्षेत्र में भी राज्य बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को श्री चौहान का नेतृत्व एक बार फिर से मिलना चाहिए।


