प्रियंका की गिरफ्तारी खेदजनक: राहुल
कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके राहुल गांधी ने पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की गिरफ्तारी को अवैध तथा दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आरोप लगाया है

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके राहुल गांधी ने पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की गिरफ्तारी को अवैध तथा दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार मनमानी पर उतर आयी है और सत्ता का दुरुपयोग कर रही है।
गांधी ने आज ट्वीट किया “उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में प्रियंका की अवैध गिरफ्तारी खेदजनक है। सोनभद्र में अपनी जमीन खाली करने से मना करने वाले किसानों की गोली मारकर निर्मम हत्या की गयी थी और पीडित परिजनों से मिलने जाते समय उन्हें गिरफ्तार करना सत्ता की शक्ति का दुरुपयोग है। इससे साबित होता है कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में असुरक्षा बढ रही है।”
The illegal arrest of Priyanka in Sonbhadra, UP, is disturbing. This arbitrary application of power, to prevent her from meeting families of the 10 Adivasi farmers brutally gunned down for refusing to vacate their own land, reveals the BJP Govt’s increasing insecurity in UP. pic.twitter.com/D1rty8KJVq
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 19, 2019
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने भी एक बयान जारी कर श्रीमती वाड्रा की गिरफ्तारी पर क्षोभ व्यक्त किया है और इस कार्रवाई को उत्तर प्रदेश सरकार की मनमानी करार देेते हुए उनकी रिहाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार देश की जनता के साथ अभ्रदता से पेश आ रही है और अन्याय कर रही हँ। पार्टी श्रीमती वाड्रा के साथ किए गए व्यवहार की निंदा करती है और इसके खिलाफ देशव्यापी आंदोलन करेगी।
पार्टी ने अपने आधिकारिक पेज पर इस संबंध में ट्वीट किया और कहा “सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ितों से मिलने जा रही कांग्रेस महासचिव की गिरफ्तारी उतर प्रदेश सरकार की तानाशाही का निकृष्टतम उदाहरण है। हम पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए दृढ संकल्पित हैं और भाजपा सरकार के इन ओछे हथकंडों से डरने वाले नहीं हैं। कांग्रेस महासचिव को सोनभद्र जाने से जबरन रोकना लोकशाही का अपमान है। बगैर लिखित आदेश और संविधान की मूल भावना के विपरीत सरकार का यह कदम तानाशाही को दर्शाता है।”
गौरतलब है कि सोनभद्र में 17 जुलाई को गांव के प्रधान ने जमीनी विवाद में गोली चलाई थी जिसमें दस किसान मारे गये और 28 घायल हो गये थे। श्रीमती वाड्रा इन्हीं किसानों के पीडित परिजनों से मिलने जा रही थीं।


