पाकिस्तानी सरकार ने विपक्ष के फैसले की निंदा की
पाकिस्तानी सरकार ने सीनेट या संसद के उच्च सदन के अध्यक्ष को हटाने के लिए विपक्षी दलों के अविश्वास प्रस्ताव लाने के फैसले की निंदा की है

इस्लामाबाद । पाकिस्तानी सरकार ने सीनेट या संसद के उच्च सदन के अध्यक्ष को हटाने के लिए विपक्षी दलों के अविश्वास प्रस्ताव लाने के फैसले की निंदा की है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सूचना और प्रसारण मामले पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक फिरदौस आशिक आवां ने आज़ यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस तरह के प्रयासों से सरकार पर भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन, आर्थिक सुधारों और राजस्व संग्रह प्रणाली के विस्तार के लिए नई नीतियों को रोकने खातिर दबाव नहीं डाला जा सकता।
इससे पहले, दिन में एक बहुपक्षीय सम्मेलन राजधानी इस्लामाबाद में आठ घंटे तक जारी रहा। अनौपचारिक विपक्षी गठबंधन ने सरकार समर्थक अध्यक्ष सीनेट सादिक संजरानी को हटाने के लिए प्रयास करने की घोषणा की।
मीडिया के अनुसार, विपक्षी दल अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से अध्यक्ष को आसानी से हटा सकते हैं, क्योंकि उनके पास 104 सदस्यों वाले सदन में सफल अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवश्यक साधारण बहुमत से अधिक संख्या बल मौजूद है।
विपक्षी दल जमीयत उलमा-ए-इस्लाम-फजल ने सम्मेलन की मेजबानी की और इसमें अन्य प्रमुख विपक्षी दलों ने भाग लिया, जिसमें पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी भी शामिल रही।
विपक्षी गठबंधन ने एक समिति बनाने की भी घोषणा की, जो सदन के नए अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने के लिए एक और सीनेटर का चयन करेगी।
बैठक के दौरान, पीएमएल-एन की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने कहा कि सीनेट के अध्यक्षों में बदलाव से उनकी सभी समस्याओं का समाधान नहीं होगा, लेकिन यह सरकार के लिए एक बड़ा झटका होगा और यह सरकार की नींव को हिलाकर रख देगा।
विपक्षी दलों के नेताओं ने भविष्य में सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू करने की संभावनाओं पर भी चर्चा की।


