अब खनन की रायल्टी से होगा क्षेत्र का विकास
खनन माफिया बेशक अफसरों पर गोली चला रहे हो लेकिन सरकार अब खनन के पट्टे देने पर जमा होने वाली रायल्टी से संबंधित क्षेत्रों का विकास करने जा रही है

गाजियाबाद। खनन माफिया बेशक अफसरों पर गोली चला रहे हो लेकिन सरकार अब खनन के पट्टे देने पर जमा होने वाली रायल्टी से संबंधित क्षेत्रों का विकास करने जा रही है। यह पहली बार हो रहा है। सरकार के आदेश पर गाजियाबाद में जिला खनिज फाउंडेशन न्यास की स्थापना हो गई है।
इस न्यास में मुख्य खनिज एवं उपखनिज के पट्टाधारकों से खनिजों की निकासी पर देय रायल्टी का एक निश्चित प्रतिशत जमा कराने का प्राविधान किया गया है। इस न्यास का गठन उत्तर प्रदेश जिला खनिज फाउंडेशन न्यास नियमावली-2017 के तहत किया गया है। इस न्यास में जमा होने वाली धनराशि से खनन संक्रिया से प्रभावित क्षेत्रों एवं व्यक्तियों का विकास किया जाएगा।
इस धनराशि से कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जाएगा। लोकोपयोगी निर्माण कार्य करवाए जाएंगे। नई सड़कें बनाई जाएंगी। पुरानी एवं टूटी सड़कों की मरम्मत करवाई जाएगी।
प्रदेश के भूतत्व एवं खनिकर्म राज्य मंत्री अर्चना पांडेय ने डीएम को भेजे पत्र में इस न्यास में जमा धनराशि का विवरण मांगा है। साथ ही जमा धनराशि के अनुरूप विकास का प्रस्ताव तैयार कर भेजने को कहा है। यह सूचना 15 जनवरी तक मांगी गई है। इस न्यास के गठन की अधिसूचना 25 अप्रैल 2017 को ही जारी हो चुकी है।
बता दे कि जिले में लोनी, मुरादनगर, डासना और मोदीनगर में खनन के खूब पट्टे दिए जाते है। इसके अलावा बिल्डर भी इमारत बनाने के लिए खनन की अनुमति लेकर तय रायल्टी जमा करते है।
इतना ही नहीं अवैध खनन का सिलसिला भी बदस्तूर जारी है। दो दिन पहले ही एसडीएम लोनी एवं सीओ खनन की जांच करने मेवला भट्टी गांव में फोर्स के साथ पहुंचे तो खनन माफियाओं ने फायरिंग ही कर दी। प्रकरण में लेखपाल के अलावर बंथला चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। खनन विभाग के क्षेत्रीय अफसरों पर कार्रवाई नहीं की गई है।


