Top
Begin typing your search above and press return to search.

मप्र में उपचुनाव भाजपा नहीं, सरकारी मशीनरी लड़ती है उपचुनाव : कांग्रेस

मध्यप्रदेश में उपचुनाव सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नहीं, बल्कि सरकारी मशीनरी लड़ती है

मप्र में उपचुनाव भाजपा नहीं, सरकारी मशीनरी लड़ती है उपचुनाव : कांग्रेस
X

भोपाल। मध्यप्रदेश में उपचुनाव सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नहीं, बल्कि सरकारी मशीनरी लड़ती है। शुक्रवार को यह आरोप विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने लगाया और सबूत के तौर पर एक जिलाधिकारी का लिखा पत्र जारी किया। कांग्रेस नेता सिंह ने मीडिया के सामने सतना के जिलाधिकारी नरेश पाल का एक पत्र जारी किया। जिलाधिकारी ने इस पत्र में सरकार से चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र के विकास कार्य और अक्षम अधिकारियों को बदलने का अनुरोध किया है। चित्रकूट में विधानसभा उपचुनाव होना है।

नेता प्रतिपक्ष ने संवाददाताओं से कहा कि कलेक्टर के इस पत्र से लगता है, जैसे जिलाधिकारी ने भाजपा की सदस्यता ले ली है और पार्टी को जिताने की जिम्मेदारी उन्हें के कंधों पर हो।

उन्होंने कहा, "इससे साफ है कि मुख्यमंत्री ने प्रशासन का न केवल राजनीतिकरण किया है, बल्कि शिवराज सिंह चौहान चुनाव जीतने के लिए स्थानीय प्रशासन का किस तरह दुरुपयोग करते हैं, इसकी पुष्टि सतना कलेक्टर के पत्र से होती है।"

अजय सिंह ने कहा कि सतना के जिलाधिकारी नरेश पाल इन दिनों पूरे जिले को छोड़कर सिर्फ चित्रकूट विधानसभा की चिंता करने में लगे हैं। यहां कांग्रेस विधायक प्रेम सिंह के निधन के कारण उपचुनाव होना है। जिलाधिकारी ने अपने पत्र में इस विधानसभा क्षेत्र में पदस्थ अफसरों की कार्यक्षमता पर सवाल उठाए हैं, उन्हें अनुभवहीन बताया है और सक्षम व दक्ष अफसरों को तैनात करने का अनुरोध किया है।

उन्होंने कहा कि नरेश पाल के पत्र से यह भी साबित होता है कि जब चित्रकूट के विधायक कांग्रेस नेता प्रेम सिंह थे, तब उनके क्षेत्र में जानबूझकर ऐसे अधिकारियों की नियुक्ति की गई थी, जो अनुभवहीन, ऊर्जाहीन और भ्रष्ट थे। इससे एक सवाल तो उठता ही है कि चित्रकूट सहित अन्य विधानसभा क्षेत्र, जहां से कांग्रेस प्रत्याशी विजयी हुए हैं, वहां की जनता से बदला लेने के लिए ऐसे ही अनुभवहीन, ऊर्जाहीन व भ्रष्ट अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।

नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज प्रदेश में सुशासन, बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था होने का दावा करते हैं, लेकिन एक कलेक्टर के पत्र ने पूरे प्रदेश की जमीनी हकीकत की पोल खोलकर रख दी है। इससे साबित होता है कि भाजपा कोई चुनाव निष्पक्ष तरीके से नहीं जीतती है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it