कांग्रेस ने मोदी सरकार को सुनाई खरी-खोटी
पीएम मोदी हर मंच से देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की नीतियों की आलोचना करते हैं...लेकिन इस बार तो मोदी सरकार ने नेहरू को आजादी के इतिहास से ही गायब कर दिया.. 'आजादी के अमृत महोत्सव' कार्यक्रम के पोस्टर में कहीं भी नेहरू का जिक्र नहीं है, जबकि कई महापुरुषों की तस्वीरों को साझा किया गया है...इसे लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार को जमकर खरी खोटी सुनाई है...

देश इस वक्त 75वीं आजादी का जश्न मना जा रहा है, और इस मौके पर महापुरुषों को याद किया जा रहा है, लेकिन आजाद भारत में अहम भूमिका अदा करने वाले देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को कैसे भुलाया जा सकता है...ये सवाल उठाकर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार को घेर रही है...दरअसल भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में 'आजादी के अमृत महोत्सव' समारोह का आयोजन कर रहा है...इस कार्यक्रम की तस्वीरों से देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर ही हटा दी गई है...जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है..कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई कांग्रेसी नेताओं ने इस मामले में आईसीएचआर की आलोचना की है। राहुल गांधी ने फेसबुक पर नेहरू के जीवन से जुड़ी कई तस्वीरें साझा करते हुए कहा कि देश के प्यारे पंडित नेहरू को लोगों के दिल से कैसे निकालोगे? ...कांग्रेस सांसद के इसके अलावा वरिष्ठ नेता और लोकसभा सदस्य शशि थरूर ने आईसीएचआर की वेबसाइट के मुख्य पृष्ठ का एक स्क्रीनशॉट साझा किया जिसमें महात्मा गांधी, बीआर अंबेडकर, सरदार पटेल, नेताजी सुभाष बोस, राजेंद्र प्रसाद, मदन मोहन मालवीय, भगत सिंह और विनायक दामोदर सावरकर जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों को प्रदर्शित किया गया था... लेकिन इससे पंडित जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर गायब थी...इसे लेकर उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि भारतीय स्वतंत्रता की प्रमुख आवाजों में एक जवाहरलाल नेहरू को छोड़ कर आजादी का जश्न मनाना न केवल गलत है बल्कि इतिहास के विरुद्ध है... आईसीएचआर ने पंडित नेहरू की तस्वीर हटाकर खुद को कलंकित किया है और यह आदत होती जा रही है... वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने आईसीएचआर के इस कदम को 'कपटपूर्ण' करार दिया है... उन्होंने कहा कि इस अत्याचारी शासन में इस कृत्य से इनकार नहीं किया जा सकता है...अब अमृत महोत्सव समारोह को लेकर कांग्रेस का बरसना लाजिमी है,,,क्योंकि मोदी सरकार नेहरू को भुलाकर ये साबित कर रही है कि देश की आजादी में कांग्रेस का कोई योगदान नहीं है, लेकिन इतिहास को कभी मिटाया नहीं जा सकता...


