मुंबई: ईडी ने कोविड-19 खिचड़ी घोटाले के संबंध में तलाशी ली
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कोविड-19 महामारी के दौरान हुए कथित खिचड़ी घोटाले के सिलसिले में मुंबई में सात स्थानों पर तलाशी ली।

मुंबई । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कोविड-19 महामारी के दौरान हुए कथित खिचड़ी घोटाले के सिलसिले में मुंबई में सात स्थानों पर तलाशी ली।
यह तलाशी कोविड काल के दौरान खिचड़ी के आपूर्तिकर्ताओं से संबंधित स्थानों पर की गई।
कथित घोटाले के संबंध में वर्तमान में उप नगर आयुक्त संगीता हसनाले, शिवसेना यूबीटी पार्टी के कार्यकर्ता सूरज चव्हाण और पांच निजी ठेकेदारों के परिसरों पर ईडी की तलाशी चल रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले ईडी ने मामले के सिलसिले में शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर को गिरफ्तार किया था।
इस संबंध में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, शहर पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पहले पाया कि बम्बई नगर निगम ने कोविड-19 महामारी के दौरान प्रवासियों को 'खिचड़ी' के वितरण का ठेका देने में वित्तीय अनियमितताएं कीं।
ईओडब्ल्यू ने पाया कि जिन ठेकेदारों को खिचड़ी बनाने का काम दिया गया था, उन्होंने दूसरों को काम सौंप दिया और बीएमसी अधिकारियों को पसंदीदा पार्टियों को ठेका देने के लिए रिश्वत मिली।
प्राथमिकी में कहा गया है कि बीएमसी की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि ठेका किसी धर्मार्थ संगठन या सामुदायिक रसोई वाले एनजीओ को दिया जाना चाहिए जो 5,000 से अधिक भोजन बना सके और उसके पास नगर पालिका के स्वास्थ्य विभाग से प्रमाण पत्र हो।


