माल्या को तगड़ा झटका, हाईकोर्ट से माल्या की अर्जी खारिज
कोर्ट ने प्रत्यर्पण के खिलाफ दी गई माल्या की अर्जी खारिज कर दी गई है यानी साफ है कि माल्या को भारत लाने का रास्ता अब और साफ हो गया है

नई दिल्ली। आम चुनाव में मुद्दा बने भगोड़े विजय माल्या को लेकर मोदी सरकार के लिए अब एक राहत की खबर है। शराब कारोबारी विजय माल्या को लंदन की कोर्ट से बड़ा झटका लगा है।
कोर्ट ने प्रत्यर्पण के खिलाफ दी गई माल्या की अर्जी खारिज कर दी गई है यानी साफ है कि माल्या को भारत लाने का रास्ता अब और साफ हो गया है।
भगोड़ा विजय माल्या दो साल पहले दो मार्च 2016 को देश छोड़कर फरार हो गया था जिसके बाद से ही लंदन में रह रहे माल्या को भारत लाने के लिए कोशिशें की जा रही थीं और ये कोशिशें उस वक्त रंग लाईं थीं, जब पिछले साल दिसंबर में लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने सीबीआई और ईडी की तमाम दलीलों और दस्तावेज़ों को देखने के बाद माल्या के प्रत्यर्पण पर फैसला सुनाया था।
कोर्ट ने कहा था कि माल्या के खिलाफ कर्ज धोखाधड़ी के पर्याप्त सुबूत हैं इसीलिए उसे भारत ले जाने की मंजूरी दी जाती है लेकिन माल्या ने कोर्ट के फैसले के खिलाफ लंदन हाईकोर्ट में गुहार लगाई थी जहां से अब एक बार फिर विजय माल्या को तगड़ा झटका लगा है।
लंदन हाईकोर्ट ने माल्या की ओर से अपने प्रत्यर्पण के फैसले के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया है। अब माल्या के पास सिर्फ ब्रिटेन की सर्वोच्च अदालत में ही अपील करने का विकल्प बचा है उसे छह हफ्ते के भीतर ऐसा करना होगा खास बात यह है कि वह इस मामले में अब कोई नई याचिका दायर नहीं कर सकता।
एजेंसियों का कहना है कि अगले एक पखवाड़े में माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिश तेज होगी। आपको बतादें कि किंगफिशर एयरलाइंस के प्रमुख विजय माल्या पर करीब 9,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है।
माना जा रहा है कि माल्या के झटके को मोदी सरकार अपनी बड़ी कामयाबी बताएगी क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कई बार विजय माल्या से लेकर नीरव मोदी तक कई मंचों पर सरकार को घेर चुके हैं, ऐसे में अब सरकार राहुल पर पलटवार कर सकती है।


