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माल्या के प्रत्यर्पण के लिए कानूनी प्रक्रिया जारी : केंद्र सरकार

लंदन ! भारत में बैंकों के 8,000 करोड़ रुपये के ऋण की अदायगी न करने के मामले में वांछित शराब कारोबारी विजय माल्या को मंगलवार को लंदन में गिरफ्तार किया गया

माल्या के प्रत्यर्पण के लिए कानूनी प्रक्रिया जारी : केंद्र सरकार
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लंदन ! भारत में बैंकों के 8,000 करोड़ रुपये के ऋण की अदायगी न करने के मामले में वांछित शराब कारोबारी विजय माल्या को मंगलवार को लंदन में गिरफ्तार किया गया और कुछ ही घंटे में उन्हें जमानत मिल गई। इस घटनाक्रम के बीच, भारत सरकार ने कहा है कि माल्या के प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन में कानूनी प्रक्रिया जारी है। एक सवाल का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि भारत ने माल्या के प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटिश अधिकारियों से अपील की थी, जिसके तहत उन्हें गिरफ्तार किया गया।

उन्होंने कहा, "इस संबंध में ब्रिटेन में कानूनी कार्रवाई जारी है और दोनों सरकारें संपर्क में हैं।"

मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा कि सेंट्रल लंदन पुलिस स्टेशन में उपस्थित होने के बाद माल्या (61) को हिरासत में ले लिया गया।

वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने बाद में उन्हें 650,000 पाउंड के मुचलके पर जमानत दे दी। मामले की अगली सुनवाई 17 मई को होगी।

मेट्रोपॉलिटन पुलिस के एक बयान के मुताबिक, प्रत्यर्पण इकाई के अधिकारियों ने भारत के एक प्रत्यर्पण वारंट पर माल्या को गिरफ्तार किया।

बयान के मुताबिक, "धोखाधड़ी के आरोपों में भारतीय अधिकारियों की तरफ से माल्या को गिरफ्तार किया गया।"

जमानत मिलने के बाद माल्या ने ट्वीट किया, "हमेशा की तरह भारतीय मीडिया का हो-हल्ला। अदालत में प्रत्यर्पण पर सुनवाई आज (मंगलवार को) शुरू होनी थी, जो पहले से तय थी।"

किंगफिशर एयरलाइन के लिए बैंकों से लिए गए 8,191 करोड़ रुपये के ऋण की अदायगी न करने पर माल्या के खिलाफ बैंकों ने अदालत की शरण ली। इसके बाद वह साल 2016 में ब्रिटेन भाग गए।

बैंक अभी तक केवल 155 करोड़ रुपये ही वसूल पाए हैं। कई आदेशों के बावजूद माल्या जांच कर्मियों के समक्ष पेश नहीं हुए और फिर भारत से भाग निकले।

फरवरी में भारत सरकार ने माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटिश अधिकारियों को एक औपचारिक अनुरोध सौंपते हुए कहा कि उनके खिलाफ वित्तीय अनियमितता तथा ऋण का भुगतान न करने का वैध मामला है।


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