Top
Begin typing your search above and press return to search.

देवगौड़ा फिर से जद एस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए

जनता दल (सेक्युलर) की राष्ट्रीय परिषद की जेपी भवन, बेंगलुरु में हुई बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री और राज्यसभा सांसद एच.डी. देवगौड़ा को सर्वसम्मति से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी को एक बार फिर कर्नाटक इकाई का अध्यक्ष चुना गया

देवगौड़ा फिर से जद एस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए
X

कुमारस्वामी को दोबारा मिली कर्नाटक इकाई की कमान

  • जद एस राष्ट्रीय परिषद बैठक में नेतृत्व पर बनी सहमति
  • पार्टी की मजबूती और भविष्य के लिए नेतृत्व में निरंतरता का फैसला
  • देवगौड़ा बोले चुनौतियों के बावजूद संगठन मजबूत होकर उभरेगा

बेंगलुरु। जनता दल (सेक्युलर) की राष्ट्रीय परिषद की शुक्रवार को जेपी भवन, बेंगलुरु में हुई बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री और राज्यसभा सांसद एच.डी. देवगौड़ा को सर्वसम्मति से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी को एक बार फिर कर्नाटक इकाई का अध्यक्ष चुना गया।

बैठक में देशभर से पहुंचे प्रतिनिधियों ने दोनों नेताओं के नेतृत्व पर सहमति जताई। पार्टी की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि “राष्ट्रीय स्तर पर संगठन को मजबूत करने के लिए और कर्नाटक में पार्टी की स्थिति को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से देवगौड़ा और कुमारस्वामी के नेतृत्व को जारी रखने का निर्णय लिया गया है।”

बैठक में हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु, बिहार, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए। इसके अलावा, जद (एस) के सभी विधायक, विधान परिषद सदस्य, जिलाध्यक्ष और वरिष्ठ नेता भी बैठक में उपस्थित रहे।

जद (एस) विधायक दल के नेता सी.बी. सुरेश बाबू ने कहा कि पार्टी को 25 वर्ष पूरे हो चुके हैं। उन्होंने कहा, “यह राज्य की एकमात्र क्षेत्रीय पार्टी है, और आज जिस मजबूती से यह खड़ी है उसका श्रेय देवगौड़ा और कुमारस्वामी की अथक मेहनत को जाता है।” उन्होंने कहा कि पार्टी की मजबूती और भविष्य को देखते हुए नेतृत्व में निरंतरता जरूरी थी।

बैठक में किसानों के समर्थन और संगठन विस्तार से संबंधित कई प्रस्ताव पारित हुए, जिन्हें शनिवार को होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में अंतिम मंजूरी दी जाएगी।

देवगौड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि पार्टी ने अतीत में कई कठिन दौर देखे हैं और आगे भी चुनौतियां रहेंगी, लेकिन संगठन मजबूत बनकर उभरेगा। उन्होंने कहा, “कई नेता पार्टी छोड़ चुके हैं, जिनमें वर्तमान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी शामिल हैं, लेकिन इसके बावजूद हमने संगठन को खड़ा रखा है।”

उन्होंने आगे कहा कि जद (एस) की मजबूत पकड़ सिर्फ कर्नाटक में ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों में भी है और पार्टी भविष्य में एक प्रभावी राजनीतिक शक्ति बन सकती है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it