Top
Begin typing your search above and press return to search.

नोटिस भेजने के बाद कर्नाटक के सीईओ बोले- राहुल गांधी डिक्लेरेशन दें या फिर देश से माफी मांगें

लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा और इलेक्शन में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। इसे लेकर कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने उनके बयान के खिलाफ सख्त फैसला लेते हुए अपना जवाब दोहराया है

नोटिस भेजने के बाद कर्नाटक के सीईओ बोले- राहुल गांधी डिक्लेरेशन दें या फिर देश से माफी मांगें
X

  • प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगाए

बेंगलुरु। लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग पर जमकर निशाना साधा और इलेक्शन में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। इसे लेकर कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने उनके बयान के खिलाफ सख्त फैसला लेते हुए अपना जवाब दोहराया है।

डिक्लेरेशन देने या देश से माफी मांगने की मांग

कांग्रेस सांसद को नोटिस भेजने के बाद कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि राहुल गांधी समय रहते डिक्लेरेशन दें या फिर झूठे आरोप लगाने के लिए देश से माफी मांगें।

शकुन रानी पर दो बार मतदान का आरोप

इससे पहले चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर कहा कि अगर शकुन रानी या किसी अन्य ने दो बार मतदान किया है तो वे दस्तावेज उपलब्ध कराएं। हालांकि, पूछताछ में शकुन रानी ने कहा कि उन्होंने सिर्फ एक बार मतदान किया है, दो बार नहीं।

पिछले दिनों कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर अपात्र मतदाताओं के जुड़े और पात्र मतदाताओं के नाम हटाने के आरोप पर शपथ पत्र मांगा था। उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को शुक्रवार 1 से 3 बजे तक मिलने का समय भी दिया था।

सीईओ ने बताया था कि मतदाता सूची को पारदर्शी तरीके से जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1950, मतदाता पंजीकरण नियम 1960 और चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार तैयार किया गया है।

पत्र के अनुसार, नवंबर 2024 में ड्राफ्ट मतदाता सूची और जनवरी 2025 में अंतिम मतदाता सूची कांग्रेस के साथ साझा की गई थी। इसके बाद कांग्रेस की ओर से कोई अपील या शिकायत दर्ज नहीं की गई।

राहुल गांधी से अपात्र और पात्र मतदाताओं की जानकारी के साथ हलफनामा मांगा गया

उन्होंने राहुल गांधी से अनुरोध किया था कि वे मतदाता सूची में शामिल या हटाए गए व्यक्तियों के नाम, पार्ट नंबर और सीरियल नंबर के साथ एक हलफनामा जमा करें, ताकि आवश्यक कार्रवाई शुरू की जा सके। हलफनामे में यह भी घोषणा करने को कहा गया कि दी गई जानकारी सही है, और गलत जानकारी देने पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it