नेता प्रतिपक्ष ने सूचना आयुक्तों की नियुक्ति को बताया मनमाना
प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि लोगों को उपकृत करने के लिए सरकार ने चयन प्रक्रिया की मूल मंशा और उद्देश्यों को नष्ट कर दिया है

भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने राज्य सूचना आयोग में सूचना आयुक्तों की नियुक्ति को अवैधानिक और मनमाना बताते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मांग की है कि वे सरकार के इस प्रस्ताव को ठुकरा दें।
सिंह के कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि भाई-भतीजों और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों को उपकृत करने के लिए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों और केंद्रीय सूचना आयोग की चयन प्रक्रिया की अवहेलना करते हुए सूचना के अधिकार की मूल मंशा और उद्देश्यों को नष्ट कर दिया है।
उन्होंने राज्यपाल से इस प्रस्ताव को ठुकराने की मांग की है।
सिंह ने आरोप लगाया कि उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री सहित राज्य सरकार को कई बार पत्र लिखे, जिनमें उन्होंने लगातार चयन प्रक्रिया के तरीके पर सवाल उठाए और ये नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश अनुसार करने को कहा।
उन्होंने कहा कि उनके पत्रों का समाधान किए बगैर पहले से तय नामों पर मोहर लगा दी गई।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सरकार ने सरकार पर निगरानी रखने के लिए जनता को यह अधिकार दिया था ताकि भ्रष्टाचार में अंकुश लगने के साथ ही सरकार के काम-काज में पारदर्शिता रहे।
उन्होंने कहा कि अगर सूचना आयुक्तों की नियुक्ति पर रोक न लगी तो वे अदालत में इन नियुक्तियों को चुनौती देंगे।
मध्यप्रदेश सरकार ने कल ही पांच नए सूचना आयुक्त चुन कर उनके नाम के प्रस्ताव राज्यपाल को भेजे हैं।


