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भारत ने कतर को स्पष्ट किया, ट्वीट में सरकार के विचार नहीं, बल्कि असामाजिक तत्वों के हैं

भारत ने कतर को स्पष्ट किया है कि उसने जो कुछ आपत्तिजनक ट्वीट किए हैं, वे सरकार के विचार नहीं हैं, बल्कि असामाजिक तत्वों के हैं

भारत ने कतर को स्पष्ट किया, ट्वीट में सरकार के विचार नहीं, बल्कि असामाजिक तत्वों के हैं
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दोहा/नई दिल्ली। भारत ने कतर को स्पष्ट किया है कि उसने जो कुछ आपत्तिजनक ट्वीट किए हैं, वे सरकार के विचार नहीं हैं, बल्कि असामाजिक तत्वों के हैं। भारतीय राजदूत दीपक मित्तल ने कतर में विदेश कार्यालय में एक बैठक में यह स्पष्टीकरण दिया।

भारत में एक आपत्तिजनक ट्वीट पर कतर एमओएफए द्वारा जारी बयान के संबंध में एक मीडिया के प्रश्न के जवाब में कतर में भारतीय दूतावास के प्रवक्ता ने कहा, "राजदूत की विदेश कार्यालय में एक बैठक थी, जिसमें कुछ आपत्तिजनक ट्वीट्स के संबंध में चिंता व्यक्त की गई थी। भारत में व्यक्तियों द्वारा धार्मिक व्यक्तित्व को बदनाम करने के लिए।"

राजदूत ने बताया कि ट्वीट किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं। ये तुच्छ तत्वों के विचार हैं।

उन्होंने कहा, "हमारी सभ्यता की विरासत और विविधता में एकता की मजबूत सांस्कृतिक परंपराओं के अनुरूप, भारत सरकार सभी धर्मो को सर्वोच्च सम्मान देती है।"

बयान में कहा गया, "अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ पहले ही कड़ी कार्रवाई की जा चुकी है। संबंधित पक्षों द्वारा एक बयान भी जारी किया गया है, जिसमें सभी धर्मो के सम्मान पर जोर दिया गया है, किसी भी धार्मिक व्यक्तित्व का अपमान करने या किसी भी धर्म या संप्रदाय को अपमानित करने की निंदा की गई है।"

"निहित स्वार्थ जो भारत-कतर संबंधों के खिलाफ हैं, इन अपमानजनक टिप्पणियों का उपयोग करके लोगों को उकसा रहे हैं। हमें ऐसे शरारती तत्वों के खिलाफ मिलकर काम करना चाहिए, जो हमारे द्विपक्षीय संबंधों की ताकत को कम करने का लक्ष्य रखते हैं।"

भाजपा ने पैगंबर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ पर कार्रवाई की है और कहा है कि पार्टी का विचार सभी धर्मो का सम्मान करना है।


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