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करों में वृद्धि कर भाजपा ने लोगों के विश्वास को तोड़ा है: पवन कुमार बंसल

पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल ने चंडीगढ़ नगर निगम द्धारा करों में वृद्धि किये जाने पर भारतीय जनता पार्टी की निंदा करते हुये कहा कि भाजपा ने लोगों के विश्वास को तोड़ा है

करों में वृद्धि कर भाजपा ने लोगों के विश्वास को तोड़ा है: पवन कुमार बंसल
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चंडीगढ़। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल ने चंडीगढ़ नगर निगम द्धारा करों में वृद्धि किये जाने पर भारतीय जनता पार्टी की निंदा करते हुये कहा कि भाजपा ने लोगों के विश्वास को तोड़ा है जिसका खामियाजा उसे भु्गतना होगा ।

बंसल ने आज यहां एक बयान में कहा कि नगर निगम की खस्ता वित्तीय हालत के लिए केंद्र सरकार सीधे तौर पर ज़िम्मेदार है क्योंकि वित्त आयोग की आेर से यू.टी.निधि को 30 प्रतिशत सिफारिश किये जाने के बावजूद मात्र सात प्रतिशत ही जारी किया है । 1 केंद्र से नगर निगम का अपना हिस्सा न ले पाने में स्थानीय सांसद और भाजपा नेतृत्व पूरी तरह से असफल रहे है 1

पूर्व केन्द्रीय रेल मंत्री ने कहा कि भाजपा के नेताओं की हर संभव यही अवधारणा और सोच रही कि किस तरह से चंडीगढ़ के लोगों पर अतिरक्त कर और लेवी लगाकर उन पर बोझ डाल दिया जाय | चाहे सामुदायिक केंद्रों के लिए शुल्क में 50% की वृद्धि हो, अविकसित पार्कों के लिए 100% की वृद्धि, चार गुना पार्किंग शुल्क या पानी की खपत पर 30% उच्च सीवरेज सेस का लोगों पर बोझ डालकर अन्यायपूर्ण काम किया है ।

उन्होंने कहा कि निगम ने सीवरेज कनेक्शन के लिए भी नए शुल्क लगा दिए गए हैं और नए भवनों के निर्माण में सामग्री भंडार करने पर भी भारी वृद्धि हुई है।पिछले तीन महीनों से पार्किंग की चार गुना वृद्धि से परेशान जनता की उम्मीदें उस वक्त धराशायी हुई ,जब भाजपा नेतृत्व मुंबई से भेजे गए पार्किंग ठेकेदार के पक्ष में खड़ा हो गया जबकि स्मार्ट पार्किंग सुविधा है नहीं ।

उन्होंने याद दिलाया कि आवासीय भवनों पर गृह कर और व्यावसायिक भवनों पर संपत्ति कर की दरों को हाल ही में बढ़ा गया उसके बावजूद अब पानी के बिलों पर 30% सीवरेज सेस लगाया गया है।चंडीगढ़ में पहले से ही रोड टैक्स ज़्यादा है और अब मोटर वाहनों की बिक्री पर अतिरिक्त कर लगाया गया है।

गाय सेस इसलिए लगाया गया है कि निगम शहर में तीन गौशालाओं पर खर्च करता है। ये सरासर झूठ है| ।गोशाला, अच्छे सार्वजनिक उत्साही गैर सरकारी संगठनों द्वारा चलाए जा रहे हैं और यह आम बात है कि लोग उसे चलाने में अपना योगदान देते हैं। उन्होंने मांग की कि काऊ सेस का इस्तेमाल शहर में भटकी गायों की देखभाल के लिये समर्पित निधि के तौर पर होना चाहिए।


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