लक्षद्वीप मामले में राहुल गांधी ने पत्र लिखकर PM से की हस्तक्षेप करने की अपील
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि लक्षद्वीप प्रशासक जन विरोधी फैसले ले रहे हैं जिनका जबरदस्त विरोध हो रहा है

नयी दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि लक्षद्वीप प्रशासक जन विरोधी फैसले ले रहे हैं जिनका जबरदस्त विरोध हो रहा है इसलिए उन्हें (पीएम मोदी) को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
Lakshadweep's pristine natural beauty & its unique confluence of cultures have drawn people for generations. However, their future is threatened by the anti-people policies announced by the administrator of Lakshadweep. I request you to intervene.: Shri @RahulGandhi to PM Modi pic.twitter.com/mQYrg3DupC
— Congress (@INCIndia) May 27, 2021
राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि लक्षदीप के प्रशासक प्रफुल्ल खोड़ा पटेल लगातार ऐसे कदम उठा रहे हैं जिनसे लक्षद्वीप की सुंदरता और संस्कृतियों के अनूठे संगम को नुकसान पहुंच रहा है। लोग इस विरासत को बचने के लिए आंदोलन कर रहे हैं और उनका कहना है कि प्रशासक निर्वाचित प्रतिनिधियों और जनता से परामर्श किए बिना एकतरफा निर्णय लेकर व्यापक बदलाव कर रहे है।
उन्होंने कहा कि लक्षद्वीप के लोग इन प्रस्तावों को मनमानी बताकर इनका विरोध कर रहे हैं। मसौदे के प्रस्ताव भूमि के स्वामित्व से संबंधित अधिकारों को कमजोर करते हैं, कुछ गतिविधियों के लिए पर्यावरणीय नियमों को कमजोर करने के साथ ही प्रभावितों के लिए कानूनी सहायता के विकल्प को सीमित कर जन अधिकारों पर हमला हो रहा है।
राहुल गांधी ने कहा कि पंचायत विनियमन के मसौदे में दो से अधिक बच्चों वाले सदस्यों को अयोग्य घोषित करने का प्रावधान है जो स्पष्ट तौर पर अलोकतांत्रिक कदम है। इसके अलावा बदलावके कई ऐसे प्रस्ताव हैं जो स्थानीय समुदाय के सांस्कृतिक और धार्मिक ताने-बाने पर हमला है इसलिए श्री मोदी को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।


