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मैं भारत की आवाज़ के लिए लड़ रहा हूं, मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं : राहुल गांधी

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी सदस्यता रद्द कर दी है। इस फैसले के बाद राहुल गांधी ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है

मैं भारत की आवाज़ के लिए लड़ रहा हूं, मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं : राहुल गांधी
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नई दिल्ली। लोकसभा सदस्यता रद्द किए जाने पर एक ओर जहां राहुल गांधी ने कहा वो हर कीमत चुकाने को तैयार हैं। वहीं सभी विपक्षी दल उनके समर्थन में उतर आए हैं। अब तक दूरी बनाई हुई टीएमसी प्रमुख ने भी उनका पक्ष लिया।

लोकसभा से अपनी सदस्यता रद्द किए जाने के बाद राहुल गांधी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट कर कहा, मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं। मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं।



वहीं टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, पीएम मोदी के न्यू इंडिया में बीजेपी के निशाने पर विपक्षी नेता! जबकि आपराधिक पृष्ठभूमि वाले भाजपा नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाता है, विपक्षी नेताओं को उनके भाषणों के लिए अयोग्य ठहराया जाता है। आज, हमने अपने संवैधानिक लोकतंत्र के लिए एक नया निम्न स्तर देखा है।

सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, यह निंदनीय है कि भाजपा अब विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने और उन्हें अयोग्य घोषित करने के लिए आपराधिक मानहानि के रास्ते का उपयोग कर रही है, जैसा कि अब राहुल गांधी के साथ किया गया है। यह विपक्ष के खिलाफ ईडी/सीबीआई के घोर दुरूपयोग के शीर्ष पर आता है। ऐसे सत्तावादी हमलों का विरोध करें और उन्हें हराएं।


महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने ट्वीट करते हुए राहुल गांधी का समर्थन किया। उन्होंने लिखा, राहुल गांधी की उम्मीदवारी रद्द कर दी गई है। 'चोर को चोर कहना' हमारे देश में अपराध हो गया है। चोर-लुटेरे अभी भी आजाद हैं और राहुल गांधी को सजा मिल गई है। यह लोकतंत्र की सीधी हत्या है। सभी सरकारी तंत्र दबाव में हैं। यह तानाशाही के अंत की शुरूआत है। अब लड़ाई को उचित दिशा देनी होगी।

वहीं आरजेडी सांसद मनोज झा ने ट्वीट कर कहा, लेटेस्ट मेडिकल अपडेट. लोकतंत्र को मृत घोषित कर दिया गया है।


उन्होंने कहा कि ये लोकतंत्र की हत्या है, लोकतंत्र के इतिहास में इससे बड़ा काला धब्बा और कुछ नहीं हो सकता। जिस तीव्रता से ये निर्णय लिया गया, इसके पीछे आधारहीन तथ्य हैं, तर्क हैं। सभी दलों को अब मिलकर इस तानाशाही को जमींदोज करना होगा। अन्यथा आजदी के 75 वें वर्ष पर जो देश का नुकसान हो रहा है, उसकी भरपाई कभी संभव नहीं हो पाएगी।

वहीं आरजेडी ने औपचारिक ट्विटर से अकाउंट से कहा, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि विपक्ष के नेता समझ लें अब लड़ाई का तरीका क्या होने जा रहा है, इस तानाशाही कदम ने उसी की तस्दीक की है! सिर्फ राहुल गांधी की सदस्यता रद्द नहीं हुई है, आधिकारिक रूप से भारतीय लोकतंत्र मृत घोषित हुआ है आज!


इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी. बहुत डरपोक निकले! भारत के इतिहास में सबसे भ्रष्ट और कम पढ़ा-लिखा प्रधानमंत्री - उनसे सरकार चलती नहीं है और अहंकार उनका सातवें आसमान पर है। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश को तबाह करने की कोशिश की जा रही है।

गौरतलब है कि राहुल पहले ऐसे नेता नहीं हैं, जिनकी सदस्यता चली गई। इसके पहले भी कई ऐसे सांसद और विधायकों की सदस्यता जा चुकी है, जिन्हें कोर्ट ने दो साल या इससे अधिक की सजा सुनाई है। इस तरह के मामलों में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम, मुजफ्फरनगर की खतौली से विधायक रहे विक्रम सैनी, लक्षद्वीप सांसद मोहम्मद फैजल भी इसका उदाहरण थे लेकिन केरल हाईकोर्ट ने सजा पर रोक लगा दी और अभी ये मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।


दरअसल राहुल गांधी को गुजरात की अदालत द्वारा वर्ष 2019 के 'मोदी उपनाम' मानहानि मामले में दोषी करार दिए जाने और उन्हें दो वर्ष कैद की सजा सुनाए जाने की वजह से लोकसभा सचिवालय ने यह फैसला लिया और अब उनकी संसद की सदस्यता खत्म हो गई है।


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