आत्महत्या की घटना को लेकर मानवाधिकार आयोग ने तमिलनाडु सरकार को नोटिस भेजा
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में एक ही परिवार के चार सदस्यों द्वारा खुद पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगाने को गंभीरता से लेते हुए एनएचआरसी ने सरकार को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने को कहा

चेन्नई। तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले में एक ही परिवार के चार सदस्यों द्वारा खुद पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगाने को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने आज राज्य सरकार को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने को कहा है।
एनएचआरसी की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि उसने तिरुनेलवेली कलेक्टर कार्यालय के परिसर में 23 अक्टूबर को एक मजदूर द्वारा खुद को अपने परिजनों को अाग लगाए जाने की घटना का संज्ञान लिया है।
उसने यह कदम कथित तौर पर महाजन की प्रताड़ना से बचाने के लिए बार-बार दाखिल की गई अपनी याचिकाओं पर कोई राहत नहीं मिलने से हताश होकर उठाया।
पीड़ित ने 1. 45 लाख रुपये कर्ज के लिए मूलधन और ब्याज के रूप में 2. 34 लाख रुपये का भुगतान कर दिया था लेकिन इसके बावजूद महाजन दो लाख रुपये और चुकाने के लिए उसे प्रताड़ित कर रहा था।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आयोग ने तमिलनाडु के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक तथा तिरुनेलवेली के पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा।
एनएचआरसी ने कहा, ''यह घटना स्तब्ध कर देने वाली तो है ही साथ ही पुलिस और संबंधित अधिकारियों में जिम्मेदारी के अभाव को भी दर्शाती है।''
पीड़ित इसाक्कीमुत्थु अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ 23 अक्टूबर को कलेक्टर के कार्यालय पहुंचा था।
शिकायत निवारण समिति की बैठक के दौरान उसने खुद पर और अपने परिवार के सदस्यों पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा दी।
उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया।
इसाक्कीमुत्थु की पत्नी और दोनों बच्चों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया जबकि उसकी हालत गंभीर बतायी गई।


