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गन्ना किसानों का पाई-पाई भुगतान करेगी सरकार : योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार किसानों के गन्ना बकाया का पाई-पाई भुगतान करेगी

गन्ना किसानों का पाई-पाई भुगतान करेगी सरकार : योगी
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लखीमपुर खीरी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार किसानों के गन्ना बकाया का पाई-पाई भुगतान करेगी। जरूरत पड़ी तो बकायेदार मिलों को नीलाम तक कर देंगे। योगी ने गुरुवार को लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ इलाके में जमुनाबाद फार्म स्थित कृषि महाविद्यालय के संपूर्ण कैंपस भवन का लोकार्पण एवं प्रशासनिक भवन का शिलान्यास किया। इस दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी चीनी मिल ने गलतफहमी पाली होगी कि किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान रोककर स्वयं कमाई कर लेगा, तो ऐसा नहीं होगा। गन्ना किसान बेफिक्र रहें।

उन्होंने कहा, "महाराजगंज में ऐसी ही एक मिल को नीलाम करके हमने गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान कराया है। जरूरत पड़ने पर गन्ना किसानों के लिए बकायेदार मिलों को नीलाम करके भुगतान किया जाएगा।"

मुख्यमंत्री ने कहा, "गन्ना किसानों का भुगतान न करने वाली चीनी मिलों के खिलाफ जल्द ही हम सख्त कार्रवाई करने वाले हैं। आपके जिले में 9 चीनी मिले हैं। इसमें से 6 ने गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया है। बाकी जिन तीन चीनों मिलों ने भुगतान नहीं किया है, उन पर हम बहुत जल्द लगाम कसने वाले हैं।"

उन्होंने कहा कि 15 वर्षो में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने जो जड़ता पैदा कर रखी थी, उसे दूर करने में अथक परिश्रम करना पड़ रहा है। उस परिश्रम का परिणाम किसानों और नौजवानों के हित में देखने को मिल रहा है।

योगी ने कहा कि यहां पर तीन वनटांगिया गांव हैं, जिन्हें आजादी के बाद कोई भी बुनियादी सुविधा नहीं मिली है। इन गांवों में रहने वाले लोग भी भारत के नागरिक हैं। शासन की योजनाओं का लाभ उन्हें भी मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा, "जिला प्रशासन से मैं कहना चाहूंगा कि इन गावों का राजस्व ग्राम का प्रस्ताव बनाकर अविलंब भेजें। राजस्व गांव बनने के बाद ये गांव एक साल में सर्वसुविधायुक्त हो जाएंगे।"

योगी ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि धान की पराली और गन्ने की पत्तियों को जलाना बंद कर दें। इसके जलाने से दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे प्रदेशभर में धुंध बनी हुई है, जो पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। लोगों को सांस लेने तक में दिक्कतें आ रही हैं।


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