सरकार छात्रों की आत्महत्या के मामलों में कार्रवाई करे: कुरियन
पी जे कुरियन ने आज कहा कि सरकार को इन की रोकथाम के लिए उचित कार्रवाई करनी चाहिए, कांग्रेस की विप्लव ठाकुर ने सदन में शून्यकाल के दौरान कोटा के काेचिंग सेंटरों में छात्रों की आत्महत्या का मामला उठाया।
नयी दिल्ली। कोचिंग सेंटरों में छात्रों की आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुये राज्यसभा के उपसभापति पी जे कुरियन ने आज कहा कि सरकार को इन की रोकथाम के लिए उचित कार्रवाई करनी चाहिए, कांग्रेस की विप्लव ठाकुर ने सदन में शून्यकाल के दौरान कोटा के काेचिंग सेंटरों में छात्रों की आत्महत्या का मामला उठाया और कहा कि सरकार को इन घटनाओं को रोकने की दिशा में कदम उठाने चाहिए।
उन्होेंने कहा कि कुछ महीनों के भीतर ही 100 से ज्यादा छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। ठाकुर की इस बात का समर्थन करते हुए श्री कुरियन ने कहा कि यह गंभीर मामला है और छात्रों काे इस स्थिति से बचाने के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने सत्तापक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि शिक्षामंत्री को जवाब देना चाहिए। हालांकि उस समय संबंधित मंत्री सदन में मौजूद नहीं थे तो उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम. वेंकैया नायडू से जवाब देने काे कहा।
इस पर नायडू ने आश्वासन दिया कि छात्रों पर मेरिट में अाने के लिए दबाव बना रहे कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार छात्रों को कोचिंग सेंटरों के अनाश्वयक दबाव से बचाने के उपाय करेगी और इस मामले को देखेगी।
ठाकुर ने कहा कि छात्रों पर माता पिता और इन कोचिंग सेंटरों का भारी दबाव होता है जिससे वे अपना स्वाभाविक जीवन भूल जाते हैं। कई छात्र इस दबाव से टूट जाते है और अपना जीवन समाप्त कर लेते हैं। उन्होेंने कहा कि सरकार को कोचिंग सेंटरों के लिए कानून बनाना चाहिए और पूरे मामले की जांच करनी चाहिए।


