पहाडों से पलायन रोककर सीमाओं को सुरक्षित करे सरकार : टम्टा
भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने कहा है कि उत्तराखंड तथा अरुणाचल प्रदेश सहित सीमा क्षेत्रों से जुडे पहाडी राज्यों में पलायन रोकने के लिए सरकार को जरूरी कदम उठान चाहिए

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा ने कहा है कि उत्तराखंड तथा अरुणाचल प्रदेश सहित सीमा क्षेत्रों से जुडे पहाडी राज्यों में पलायन रोकने के लिए सरकार को जरूरी कदम उठाने चाहिए ताकि वहां आबादी बनी रहे और सीमाओं को सुरक्षित रखा जा सके।
लोकसभा में बजट पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए श्री टम्टा ने कहा कि चीन ने उत्तराखंड में लिपुलेप दर्रा तक सडक बना दी है। भारत सरकार भी देश में सडकों का जाल बिछा रही है लेकिन सीमाओं की रक्षा के लिए सीमांत क्षेत्रों में रेाजगार के अवसर पैदा कराए जाने चाहिए ताकि वहां के लोगों को पलायन नहीं करना पड़े।
भाजपा के ही ताहिर गावो ने अरुणाचल प्रदेश के लिए बजट में विशेष व्यवस्था करने की मांग की और कहा कि वहां अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़े कई गांव में आबादी 250 से कम है। ऐसे गांवों के लिए सेना प्रधानमंत्री सडक योजना के तहत सडक निर्माण की अनुमति नहीं देती है। गांव के लोग अभाव के कारण पलायन कर रहे हैं। इसका फायदा चीन उठा रहा है और चीनी सेना उस बीरान गांव में अपना अड्डा खोलने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में इस तरह की घुसपैठ रोकने की आवश्यकता है और इसके लिए केंद्र सकरार को इन बीराम गांवाों में सुविधा देने का प्रयास करना चाहिए। गांव में यदि सुविधा मिलेगी तो लोग वहां से पलायन नहीं करेंगे और लोगों का अपनी भूमि में बने रहने से देश की सुरक्षा में मदद मिलेगी।
भाजपा के राजू बिष्ट ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार दार्जिलिंग के लोगों के साथ न्याय नहीं कर रही है इसलिए केंद्र सकरार को वहां जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए। उन्होंने चाय बगान मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूीरी निर्धारित करने तथा दार्जिलिंग से ‘स्टडी इन इंडिया’ कार्यक्रम शुरू करने का भी सरकार से आग्रह किया।


