एसडीएम का समर्थन कर रही सरकार
तीन कृषि कानून के विरोध में किसान लगातार नौ महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं ..इसके साथ ही सरकार के कार्यक्रमों का विरोध भी कर रहे हैं ..इसी क्रम में हरियाणा में बीते दिन बीजेपी की होने वाली बैठक का विरोध करने किसान जा रहे थे, लेकिन किसानों की आवाज दबाने के लिए सरकारी नुमाइंदे बर्बरता पर उतर आयी जबकि सरकार मूक दर्शक बनी रही.

किसानों के विरोध को दबाने के लिए किस तरह के हथकंडे आजमाए जा रहे हैं, इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिस में करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा को पुलिसकर्मियों को यह निर्देश देते हुए सुना जा सकता है..उठा उठाकर मारना पीछे सबको. हम सुरक्षा घेरे को तोड़ने की अनुमति नहीं देंगे. मेरे पास एक भी निकलकर नहीं आना चाहिए. अगर आये तो सिर फूटा हुआ होना चाहिए उसका. कोई संशय तो नहीं आपको..ये निर्देश उस दौरान दिए गए जब बीजेपी की बैठक होने वाली थी और उसके विरोध में किसान जा रहे थे...दरअसल तीन कृषि कानून के विरोध में किसान 9 महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं ..तभी से ही किसान सरकार के सभी कार्यक्रमों का बहिष्कार कर रहे हैं...इसी के चलते हरियाणा में बीजेपी की एक बैठक के खिलाफ किसान करनाल की तरफ बढ़ ही रहे थे कि किसानों के एक समूह पर पुलिस में लाठीचार्ज किया...इस दौरान करीब 10 किसान जख्मी हो गए .संयुक्त किसान मोर्चा ने तो एसडीएम के निलंबन की मांग की है लेकिन इस मामले पर सरकार और सरकारी नुमाइंदे कुछ भी कहने से बच रहे हैं ....इस वीडियो के वायरल होने के बाद विवाद बढ़ा और एसडीएम को सफाई देनी पड़ी..कहा जा रहा है कि सरकार भी उन्हें संरक्षण दे रही है और उनकी सफाई से संतुष्ट हो गई है. बताया जा रहा है सीएम दफ्तर की ओर से भी एसडीएम से संपर्क साधने की कोशिश की गई है .. और उनकी सफाई से सरकार संतुष्ट हो गई है कांग्रेस की हरियाणा इकाई की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी ने शनिवार को करनाल में किसानों पर किए गए लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हुए इसे सरकार का अहंकार करार दिया.


