गोवा : कोविड के बीच होली मिलन की अनुमति को लेकर सरकार की आलोचना
गोवा के नाइट क्लबों और रिसॉर्ट्स में सोमवार को आयोजित होली मिलन समारोह आयोजित करने की अनुमति दी गई

पणजी। गोवा के नाइट क्लबों और रिसॉर्ट्स में सोमवार को आयोजित होली मिलन समारोह आयोजित करने की अनुमति दी गई। इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए विपक्ष ने कहा कि जब कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने समारोहों के आयोजन की अनुमति क्यों दी, जबकि उन्होंने इस महीने की शुरुआत में वसंतोत्सव 'शिग्मो' पर प्रतिबंध लगा दिया था। ऐसे समारोहों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए तब मंगलवार को विपक्षी विधायकों ने सावंत पर होली से जुड़ी व्यावसायिक आयोजनों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
पूर्व उपमुख्यमंत्री और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई ने कहा, "सरकार का कहना है कि पर्यटकों के लिए कोविड-19 प्रमाणपत्र अनिवार्य बनाना एक रसद दु:स्वप्न है और इस कदम से पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। उसी सरकार ने बिना किसी देरी के धारा 144 लागू कर दी है। यह धारा कहां लागू की गई है? क्या आपने इस पर अमल होते देखा है? धारा 144 का क्या हुआ जब होली पार्टियों का आयोजन किया गया, जहां लोग कैसिनो के बाहर और होली पार्टियों में नाच रहे थे।"
उन्होंने कहा, "सरकार कोविड के बारे में बिल्कुल गंभीर नहीं है। वे निवारक देखभाल नहीं कर रहे हैं।"
सरदेसाई ने तंज कसते हुए कहा,"जब सीएम बिना मास्क के प्रदर्शनियों का उद्घाटन कर रहे हैं और उपदेश दे रहे हैं, तब आपको दूसरी लहर के आने से घबराने की जरूरत नहीं है।"
गोवा के सबसे लोकप्रिय नाइट क्लब 'क्लब टीटो' में से एक के सह-प्रमोटर रिकाडरे डीसूजा ने भी मुख्य सचिव परिमल राय को एक शिकायती पत्र लिखा और उसकी एक प्रति सोशल मीडिया पर डाला, जिसमें उन्होंने कहा कि कई नाइट क्लबों में कोविड-19 संबंधी मानदंडों का उल्लंघन की अनदेखी की जा रही थी और सरकारी अधिकारी इन क्लबों से पैसे उगाहने की कोशिश कर रहे थे।


