सरकार ने राज्यसभा में कहा संविधान सर्वोपरि हैं
संसदीय कार्यमंत्री विजय गोयल ने कहा कि हेगड़े अपने बयान पर लोकसभा और संसद के बाहर खेद व्यक्त कर चुके हैं

नयी दिल्ली। सरकार ने आज राज्यसभा में साफ कहा कि उसके लिए संविधान सर्वोपरि हैं। सदन में शून्यकाल के दौरान विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े के संविधान में बदलाव करने संबंधी बयान का मामला फिर उठाया आैर कहा कि उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। इस बीच सदन में कांग्रेस समेत विपक्ष के सदस्य अपनी सीटों पर खड़े हो गए आैर जोर जोर से बाेलने लगे।
सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सदस्यों से शांत होने की अपील की और कहा कि यह मामला सदन से बाहर हुआ है। संसदीय कार्यमंत्री विजय गोयल ने कहा कि हेगड़े अपने बयान पर लोकसभा और संसद के बाहर खेद व्यक्त कर चुके हैं। इसलिए इस मामले को समाप्त माना जाना चाहिए।
हेगडे ने कहा कि उनके बयान को तोड मरोड कर पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार के लिए संविधान सर्वोपरि है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे कई बार संसद में दोहरा चुके हैं। इसके बार सदन में फिर शोर शराबा होने लगा तो सभापति ने सदन की कार्यवाही 11. 50 बजे पर 12.00 तक के लिए स्थगित कर दी।


