एमएसपी मुद्दे पर सरकार के खिलाफ किसानों का दिल्ली में मार्च
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) ने शुक्रवार को किसानों के मुद्दे को लेकर प्रस्तावित आंदोलन शुरू किया

नई दिल्ली। अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) ने शुक्रवार को किसानों के मुद्दे को लेकर प्रस्तावित आंदोलन शुरू किया। सैकड़ों किसानों ने सरकार द्वारा घोषित खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के खिलाफ नारे लगाते हुए मंडी हाउस से संसद मार्ग तक मार्च निकाला। देश के विभिन्न क्षेत्रों से यहां पहुंचे किसानों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। किसानों को संबोधित करते हुए समिति के सदस्य और स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने किसानों से कहा कि यह नौ अगस्त और 30 नवंबर को होने वाली 'बड़ी रैली से पहले का अनुभव है।'
यादव ने सरकार द्वारा घोषित एमएसपी को ऐतिहासिक धोखा करार दिया और सरकार पर किसान विरोधी नीतियां बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने किसानों की निम्न आय, एमएसपी में बहुत कम वृद्धि, खराब निर्यात-आयात नीति और सूखे की स्थिति में शिथिल रवैया का जिक्र किया।
उन्होंने कहा, "सरकार जैसा बता रही है वैसा यह ऐतिहासिक फैसला नहीं है बल्कि यह ऐतिहासिक धोखा है।"
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता सीताराम येचुरी ने एमएसपी को किसानों के साथ विश्वासघात बताया।
उन्होंने कहा, "आपको (किसान) हमारा पूरा समर्थन है। संसद में अविश्वास प्रस्ताव सरकार को गिराने के लिए नहीं है। मैं जानता हूं कि हम विफल रहेंगे। यह प्रस्ताव सरकार की जनविरोधी नीतियों का पर्दाफाश करने के लिए लाया गया है।"


