आर्थिक सुस्ती का कारोबार पर असर नहीं- अमेजन इंडिया
ई कामर्स कंपनी अमेजन की भारतीय इकाई अमेजन इंडिया ने आज कहा कि इसके काराेबार पर आर्थिक सुस्ती का काेई असर नहीं पड़ा

अहमदाबाद। ई कामर्स कंपनी अमेजन की भारतीय इकाई अमेजन इंडिया ने आज कहा कि इसके काराेबार पर आर्थिक सुस्ती का काेई असर नहीं पड़ा है।
दीवाली के पहले 29 सितंबर से चार अक्टूबर तक आयाेजित इसके भारी छूट वाले सालाना आयाेजन ग्रेट इंडियन फेस्टिवल के प्रचार प्रसार के लिए 13 शहरोंं में घूमने वाली अमेजॉन फेस्टिवल यात्रा के साथ यहां पहुंचे कंपनी के निदेशक (वर्ग प्रबंधन) कवीश चावला तथा निदेशक (विक्रेता अनुभव) प्रणव भसीन ने यहां पत्रकारों से कहा कि देश की अर्थव्यवस्था में हालिया सुस्ती का कंपनी के कारोबार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। उन्होंने कहा कि उत्पादों की व्यापक विविधता और उपभोक्ताओं को होने वाली सहूलियत आदि के कारण एेसा है। इस पर विक्रेताओं की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
चावला ने कहा कि छह साल पहले भारत में कारोबार शुरू करने वाली उनकी कंपनी के प्लेटफार्म पर विक्रेताओं की संख्या 100 से बढ़कर अब 5 लाख हो गयी है। इस पर उत्पादों की संख्या भी लगभग 20 करोड़ हो गयी है। उन्होंने कहा कि कंंपनी ने कारीगरों, महिला और युवा उद्यमियों के लिए भी विशेष पहलें शुरू की हैं। इसने आदिवासी समुदाय के पारंपरिक उत्पाद के विक्रेेताओं को भी मंच मुहैया कराया है।
भसीन ने कहा कि आधे से अधिक विक्रेता मझौले और छोटे वर्ग के काराेबारी हैं तथा बिक्री का 70 से 80 प्रतिशत अब दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों से हैं। कंंपनी अपने विक्रेताओं काे 12 विदेशी बाजारों से भी जोड़ने का विकल्प मुहैया कराती है। फ्लिपकार्ट जैसे प्रतिस्पर्धियों के बारे में पूछे जाने पर श्री भसीन ने कहा कि अमेजन अपनी सेवाएं बेहतर बनाने पर अधिक ध्यान देती है प्रतिस्पर्धियों की अधिक चिंता नहीं करती। कंंपनी देश के लगभग सभी पिन कोड पर डिलीवरी करती है। उत्पाद की गुणवत्ता में गड़बड़ी को लेकर इसकी जीरो टालरेंस की नीति है। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंनेे कहा कि मोबाइल फोन तथा अन्य इलेक्ट्रानिक उत्पाद बिक्री के मामले में उनका प्लेटफॉर्म पहले नंबर पर हैं।


